बिहार के भागलपुर और कहलगांव के लोगों को करीब तीन दशक बाद खस्ताहाल सड़क से निजात मिलने की उम्मीद जगी है. आजतक ने इस इलाके से गुजरने वाली एनएच-80 की खस्ता हालत की खबर दिखाई थी. अब न सिर्फ एनएच 80, बल्कि भागलपुर क्षेत्र के दिन बहुरने वाले हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर केंद्र और राज्य सरकार मिलकर इस इलाके में 10 हजार करोड़ रुपये इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने जा रही है जिसमें सड़को के साथ-साथ गंगा पर पुल का निर्माण भी शामिल है जिससे पटना से भागलपुर की यात्रा करने में समय कम लगेगा.
बिहार सरकार के पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृतलाल मीणा ने आजतक से बात करते हुए बताया कि एनएच-80 का मेंटेनेंस हमेशा से विभाग के लिए समस्या रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए, क्योंकि भागलपुर से कहलगांव होते हुए मिर्जाचौकी यानी बिहार बॉर्डर तक 70 किलोमीटर लंबी इस सड़क पर ट्रैफिक बहुत होता है और झारखंड से स्टोन चिप्स की ढुलाई बड़े बड़े ट्रकों से बिहार में होती थी जिसका बोझ ये सड़क नहीं उठा पा रही थी.
बिहार के पथ निर्माण विभाग के सचिव ने कहा कि अब ये ज्यादा दिन की समस्या नहीं है. सरकार ने एनएच 80 को सीमेंटेड सड़क बनाने का फैसला किया है. 900 करोड़ की लागत से मुंगेर-भागलपुर-कहलगांव होते हुए मिर्जाचौकी तक 120 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई जाएगी. सड़क की चौड़ाई 5.5 मीटर से बढ़ा कर 10 मीटर की गई है. इसके लिए टेंडर भी हो गया है.
मॉनसून के बाद शुरू होगा काम
अमृतलाल मीणा ने कहा कि मुंगेर से भागलपुर और भागलपुर से मिर्जाचौकी के बीच अलग-अलग एजेंसियों की ओर से काम कराया जाएगा. इसमें भूमि का अधिग्रहण नहीं करना है, इसलिए इसका काम मॉनसून के बाद शुरू हो जाएगा. दो वित्तीय वर्ष में उसके निर्माण कार्य को पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि ऐसा कम ही होता है कि एक एनएच होने के बावजूद उसी इलाके में एक नई फोर लेन सड़क का निर्माण कराया जाए लेकिन भागलपुर में ऐसा हो रहा है. प्रधानमंत्री की ओर से बिहार को मिले विशेष पैकेज के तहत मुंगेर से भागलपुर, कहलगांव होते हुए मिर्जाचौकी तक एक फोर लेन सड़क का निर्माण भी कराया जा रहा है जो 124 किलोमीटर लंबी होगी और इसका निर्माण एनएच 80 से चार किलोमीटर दक्षिण में कराया जाएगा.
फोर लेन के लिए भी निकला टेंडर
पथ निर्माण विभाग के सचिव ने कहा कि पांच हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस फोर लेन के लिए टेंडर निकाला जा चुका है. अगले महीने टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. ग्रीन फील्ड फोर लेन के लिए भूमि अधिग्रहण का काम तीसरे स्टेज में चल रहा है. उन्होंने ये भी बताया कि भागलपुर में गंगा नदी पर विक्रमशिला सेतु के बगल में केंद्र सरकार ने एक फोर लेन का पुल स्वीकृत किया है जिसका डीपीआर बनकर तैयार है. पुल की लागत 12 सौ करोड़ आने का अनुमान है और अप्रोच पर अनुमानित खर्च 800 करोड़ रुपये बताया जा रहा है. इस पुल को एनएच में नोटिफाई कर दिया गया है.
मार्च तक तैयार हो जाएगा गंगा पर पुल
पथ निर्माण विभाग के सचिव अमृतलाल मीणा ने कहा कि भागलपुर-सुल्तानगंज के अगियावा में गंगा नदी पर एक नए पुल का निर्माण कराया जा रहा है. इस पुल के मार्च 2022 तक तैयार हो जाने की उम्मीद है. ये पुल खगड़िया को जोड़ेगा. इसके अलावे मुंगेर में रेल सह सड़क महासेतु पर भी दिसंबर 21 तक आवागमन शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसका शिलान्यास 2003 में किया था. ये पुल बेगूसराय को मुंगेर से जोड़ेगा. उत्तर में बेगूसराय और दक्षिण में मुंगेर की तरफ के 12 किलोमीटर अप्रोच रोड में भूमि की समस्या थी जिसे दूर कर लिया गया है.