20 जून को बिहार बोर्ड के मैट्रिक की परीक्षाओं के नतीजे आने थे लेकिन इससे कुछ ही घंटे पहले एक सनसनीखेज खुलासा हुआ जिसमें यह पता चला कि मूल्यांकन की गई 42000 उत्तर पुस्तिकाएं (आंसर शीट) गोपालगंज के एक सरकारी स्कूल से गायब हो गई हैं. इस खुलासे के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने आनन- फानन में मैट्रिक के नतीजों की घोषणा 26 जून तक के लिए टाल दी.
इसी मुद्दे को लेकर प्रदेश के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने दावा किया है कि भले ही 42000 मूल्यांकन की गई उत्तर पुस्तिकाएं गायब हो गई हैं लेकिन इससे मैट्रिक परीक्षाओं के नतीजों पर कोई भी फर्क नहीं पड़ेगा. कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा ने कहा कि हालांकि सरकारी स्कूल से मूल्यांकन की गई उत्तर पुस्तिकाओं का गायब होना एक गंभीर विषय है मगर क्योंकि सभी उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन हो चुका था इसी वजह से मैट्रिक परीक्षा के नतीजों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिहार सरकार की प्राथमिकता है कि 42000 मूल्यांकन की गई उत्तर पुस्तिकाएं जो गोपालगंज के सरकारी स्कूल से गायब हुई हैं उनकी खोजबीन की जाए और जो भी लोग इसके लिए दोषी हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.
गौरतलब है कि सरकारी स्कूल से 42000 उत्तर पुस्तिकाओं के गायब होने के मामले में पुलिस ने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें गोपालगंज के ss बालिका इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल प्रमोद श्रीवास्तव समेत, स्कूल का चपरासी और सिक्योरिटी गार्ड शामिल है.
बता दें कि गोपालगंज में उतर पुस्तिका गायब होने के कारण नतीजों को टाल दिया गया है. नतीजे 20 जून को घोषित किए जाने थे लेकिन उत्तर पुस्तिका गायब होने के बाद बोर्ड ने 19 जून को तय किया कि नतीजे अब 26 जून को घोषित किए जाएंगे.
बता दें, इस साल बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा 17.70 लाख छात्रों ने दी थी. ये 1,426 परीक्षा केंद्र पर आयोजित की गई थी. बोर्ड ने 10 बोर्ड परीक्षा का आयोजन 21 फरवरी से 28 फरवरी के बीच किया था. साथ ही प्रेक्टिकल परीक्षाएं 22 जनवरी से 24 जनवरी के बीच करवाई गई थीं.