एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी की कोरोना का टीका लेने वाली तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है और इसी तस्वीर का फायदा बिहार के मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र में भी मिल रहा है, जहां पर मुस्लिम समाज के लोग जो पहले टीका लेने से इनकार कर रहे थे, वह अब धीरे-धीरे टीका लगवा रहे हैं.
सीमांचल का अररिया, पूर्णिया, कटिहार और किशनगंज जिला मुस्लिम बहुल है और यहां की कुल आबादी लगभग 1.25 करोड़ है, इस इलाके में असदुद्दीन ओवैसी के पार्टी के 5 विधायक हैं, जो 2020 के विधानसभा चुनाव में जीते हैं.
जानकारी के मुताबिक, इन जिलों का स्थानीय प्रशासन लगातार ओवैसी के पार्टी के विधायकों से अपील कर रहा है कि वह मुस्लिम समाज के लोगों को टीका लेने के लिए प्रेरित करें और इसका फायदा भी पिछले कुछ दिनों में देखा जा रहा है.
इसी क्रम में मंगलवार को किशनगंज जिलाधिकारी आदित्य प्रकाश ने एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अख्तरुल इमान समेत 4 विधायकों के साथ मुलाकात की और उनसे अपील की कि वह अपने तरीके से मुस्लिम बहुल क्षेत्र में टीका को लेकर लोगों के मन में जो शंका और भ्रम है उसको दूर करें और उन्हें टीका लेने के लिए प्रेरित करें.
एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अख्तरुल इमान ने आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में बताया कि असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार के पांचों विधायकों को कहा है कि वह समाज में टीका को लेकर जो भ्रम की स्थिति है उसको दूर करें और ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका लेने के लिए प्रोत्साहित करें.
अख्तरुल इमान का मानना है कि ओवैसी की वैक्सीन लेने वाली तस्वीर का भी सीमांचल क्षेत्र में मुस्लिम समाज के लोगों पर काफी असर हो रहा है. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से पहले दलित समाज और अकलियत के लोग पोलियो का वैक्सीन लेने से घबराते थे, वैसे ही स्थिति आज कोरोना के वैक्सीन को लेकर है.
अख्तरुल इमान ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी की सीमांचल में काफी राजनीतिक गतिविधियां भी होती है और इसीलिए सोशल मीडिया पर जो उनकी टीका लेते हुए तस्वीर है, उससे भी लोग प्रभावित होते हैं. पहले की तुलना में अभी टीकाकरण में काफी इजाफा हुआ है.