बिहार के जमुई जिले के लक्ष्मीपुर रेफरल अस्पताल (Laxmipur Referral Hospital) में दो महिला स्वास्थ्यकर्मियों के बीच जमकर मारपीट (Fierce fight between two female health workers) हुई, लात घूंसे चले. इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. आपस में एक दूसरे के बाल खींच रहीं महिला स्वास्थ्यकर्मियों में एक का नाम रिंटू कुमारी बताया जा रहा है. रिंटू आशा कार्यकर्ता हैं. वहीं दूसरी का नाम रंजना कुमारी बताया जा रहा है. रंजना एएनएम हैं.
जानकारी के अनुसार, बिहार के जमुई जिले के लक्ष्मीपुर रेफरल अस्पताल में आशा कार्यकर्ता और एनएनएम के बीच जमकर मारपीट हुई. विवाद की सच्चाई जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगी, लेकिन दोनों महिला स्वास्थ्यकर्मियों की ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. बताया जा रहा है कि टीका लगाने के लिए दो हजार रुपये मांगने को लेकर विवाद हुआ.
आशा कार्यकर्ता ने कहा: ANM ने मांगे थे दो हजार रुपये
आशा कार्यकर्ता रिंटू कुमारी का आरोप है कि एक नवजात को बीसीजी का टीका देने और रेफरल अस्पताल के रजिस्टर में नाम चढ़ाने के नाम पर उसके परिवार वालों से एएनएम रंजना कुमारी ने दो हजार रुपये मांगे. आशा कार्यकर्ता का कहना है कि नवजात के माता-पिता काफी गरीब परिवार से हैं. वे दो हजार रुपये देने में असमर्थ थे. इसी का विरोध किया तो एएनएम रंजना कुमारी उससे उलझ गईं और मारपीट की.
सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा मारपीट का वीडियो
इस विवाद के बाद आशा कार्यकर्ता रिंटू कुमारी के समर्थन में सैकड़ों आशा कार्यकर्ता रेफरल अस्पताल पहुंचीं और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से मिलकर एएनएम रंजना कुमारी पर कार्रवाई करने की मांग की. आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि एएनएम रंजना कुमारी प्रसव के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओं से नाजायज ठंग से पैसा वसूल करती हैं. महिला स्वास्थ्यकर्मी का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की जमकर किरकिरी हो रही है.
एएनएम ने कहा: दो हजार रुपये मांगने का आरोप झूठा
ANM रंजना कुमारी ने खुद पर लगे आरोप पर कहा कि आशा कार्यकर्ता रिंटू कुमारी प्रसव के बाद एक महिला को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची थीं. नवजात को बीसीजी का टीका दिलाने के साथ-साथ रजिस्टर में नाम चढ़ाने की बात की. महिला की डिलीवरी रेफरल अस्पताल से बाहर उसके घर पर हुई थी. इसलिए अस्पताल के रजिस्टर में नवजात का नाम चढ़ाना गलत था. जानकारी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को भी दी थी. इसके बाद आशा कार्यकर्ता मारपीट करने लगीं और उन पर दो हजार रुपये मांगने का झूठा आरोप लगा दिया.
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बोले: करा रहे हैं जांच
इस मामले को लेकर रेफरल अस्पताल लक्ष्मीपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. बीके धुसिया का कहना है ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. मामले की जांच को लेकर कमेटी गठित कर दी गई है. जांच रिपोर्ट आते ही दोषी स्वास्थ्यकर्मी पर कार्रवाई की जाएगी.
रिपोर्ट: राकेश कुमार सिंह