प्रशांत किशोर के इस अभियान की शुरुआत www.baatbiharki.in वेबसाइट लॉन्च होने के साथ ही हो गई. इस वेबसाइट को आज ही लॉन्च किया गया है. प्रशांत किशोर के इस अभियान से जुड़ने के लिए www.baatbiharki.in पर जाकर रजिस्टर किया जा सकता हैं. इसके अलावा कोई व्यक्ति मोबाइल नम्बर 6900869008 पर मिस्ड कॉल दे सकता है.
अभी 264000 लोग इस वेबसाइट पर रजिस्टर हुए हैं. वहीं प्रशांत किशोर की कंपनी 'आई-पैक' का कहना है कि वो हर सप्ताह इस अभियान से जुड़े लोगों का आंकड़ा भी पेश करेगी. प्रशांत किशोर ने कहा कि अगले 100 दिनों में एक करोड़ लोगों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने एक बार फिर दोहराया कि वो बिहार में न तो किसी राजनीतिक दल के लिए काम करेंगे और न ही किसी गठबंधन में शामिल होंगे और न कोई पार्टी बनाएंगे.
प्रशांत किशोर ने स्थिति की साफ
बिहार के कई राजनीतिक दलों के नेताओं के जरिए उनको अपने साथ जुड़ने के बयान के बाद प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्होंने अपनी स्थिति पहले ही स्पष्ट कर दी है. फिर भी कोई राजनीतिक दल उनके जुड़ने की बात करता है तो क्या कहा जाए. जनाधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने प्रशांत किशोर को अपने साथ जोड़ने की बात की थी. साथ ही लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव का बयान भी इसी तरह का आया था. हालांकि तेजस्वी ने साफ तौर पर कहा था कि उन्हे प्रशांत किशोर की जरूरत नहीं हैं.
ये भी पढ़ें- नीतीश के साथ क्यों हुआ मतभेद? प्रशांत किशोर ने गिनाए दो कारण
वहीं प्रशांत किशोर का मानना है कि बिहार में जो राजनीतिक शून्यता आने वाली है, उसे भरने के लिए नेतृत्व का कोई नया चेहरा बिहार की मिट्टी से ही निकलेगा. जो संघर्ष करते हुए नेतृत्व संभालेगा. अभी जो नेता है, वो हवा हवाई है. जो बिहार की बात नहीं करते, बिहार के विकास की बात नहीं करते, केवल वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें- सारथी या योद्धा? प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया क्या है उनका फ्यूचर प्लान
प्रशांत किशोर ने कहा कि रैली की भीड़ देखकर कोई ये न समझे की जनता उसे ही वोट देगी. सीएए-एनआरसी और एनपीआर के इस दौर में विपक्ष में खड़े सभी नेताओं की रैली में भीड़ आ रही है. इसलिए इसमें कोई गलतफहमी में न रहे. उनका मानना है कि जो बिहार की बात करेगा, वही बिहार पर राज करेगा. उसके लिए नीतीश कुमार से बड़ी लकीर खींचनी पड़ेगी.