लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत के साथ केंद्र की सत्ता पर बैठी बीजेपी के लिए विधासभा चुनावों का स्वाद कुछ ज्यादा अच्छा नहीं रहा है. महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने के लिए पार्टी को खूब माथापच्ची करनी पड़ी, वहीं दिल्ली में अर्श से फर्श वाली स्थिति का सामना करना पड़ा. दिल्ली में हार के ठीक बाद पार्टी ने बिहार के लिए तैयारी शुरू कर दी थी, वहीं 14 अप्रैल को पटना में विशाल कार्यकर्ता सम्मलेन के साथ ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह चुनाव बिगुल फूंकने वाले हैं.
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली की गलतियों से सीख लेते हुए बीजेपी अध्यक्ष ने खुद बिहार की कमान संभाली है. अमित शाह 14 अप्रैल को पटना के गांधी मैदान कार्यकर्ताओं के विशाल सम्मेलन को संबोधित करेंगे. बताया जाता है कि इस सम्मेलन में एक लाख से ज्यादा कार्यकर्ता शामिल होंगे. इस सम्मेलन का उद्देश्य नीतीश सरकार के खिलाफ कार्यकर्ताओं को एकजुट करना है.
इस सम्मेलन के ठीक बाद 15 अप्रैल को बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक भी होनी है. इस बैठक में अमित शाह चुनाव की तैयारियों, रणनीति समेत तमाम मुद्दों पर चर्चा करेंगे और जरूरी निर्देश देंगे.
गौरतलब है कि बिहार में इसी साल चुनाव होने हैं. 29 नवंबर 2015 को मौजूदा नीतीश सरकार का कार्यकाल खत्म हो रहा है. बीजेपी के लिए यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि बीते साल बिहार में हुए उपचुनाव में बीजेपी के खिलाफ जेडीयू-आरजेडी-कांगेस का महागठबंधन हिट साबित हुआ था. 10 सीटों पर हुए उपचुनाव में महागठबंधन को 10 सीटों में 6 पर जीत मिली थी, जबकि बीजेपी ने 4 पर कामयाबी हासिल की थी.