बिहार विधानसभा में शनिवार का दिन काफी हंगामेदार रहा. सदन की स्थिति ऐसी हो गई कि मामला हाथापाई तक पहुंच ही जाता, लेकिन मार्शलों ने स्थिति को संभाल लिया. सुबह से विपक्ष बिहार सरकार के मंत्री रामसूरत राय के इस्तीफे को लेकर हंगामा करता रहा था.
लेकिन लंच के बाद सदन में स्थिति हाथापाई तक पहुंच गई. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव राजभवन से मार्च कर राज्यपाल से मिलकर लौटे थे. उसी समय विपक्ष के नेता हंगामा करते हुए वेल में जा पहुंचे और ट्रेजरी बेंच की तरफ लपके. लेकिन बीच मार्शलों के आ जाने से स्थिति ज्यादा नहीं बिगड़ी. विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने हंगामे को देखते हुए सदन को 3.30 तक के लिए स्थगित कर दिया.
दरअसल, पिछले कई दिनों से विपक्ष ये जताने की कोशिश में लगा है कि बिहार में शराबबंदी फेल है. इसी बीच बिहार सरकार में मंत्री रामसूरत राय के स्कूल में शराब बरामद होने की बात सामने आ गई. हालांकि, रामसूरत राय का कहना है कि स्कूल उनके भाई की जमीन पर है उसमें मैं कैसे दोषी हूं. जबकि तेजस्वी यादव का कहना है कि उनकी जमीन नहीं है तो इसका वो प्रमाण दें.
बता दें कि रामसूरत राय के इस्तीफे को लेकर शनिवार सुबह से ही हंगामे का माहौल था. प्रश्नकाल के बाद आरजेडी की विधायक रेखा देवी कार्यस्थगन प्रस्ताव लेकर आईं, जिसके बाद हंगामा शुरू हुआ. तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्ष के विधायकों ने राजभवन मार्च किया और राज्यपाल से मिलकर सरकार को बर्खास्त करने की मांग की.
राजभवन से लौटने के बाद विधानसभा में हंगामा शुरू हुआ और मामला हाथापाई तक पहुंच गया. तेजस्वी यादव का आरोप है कि सदन जेडीयू और बीजेपी के इशारे पर चल रहा है. नीतीश कुमार के 64 फीसदी मंत्री दागी हैं और नीतीश कुमार चुप बैठे हैं. हालांकि, शराबबंदी को लेकर जिस रेखा देवी ने कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया था वो खुद शराब कानून में आरोपी हैं.