बिहार बीजेपी में बगावत से प्रदेश में राजनीति गरमा गई है. जेडीयू नेता देवेश चंद्र ठाकुर ने बगावत पर चुटकी लेते हुए कहा कि अब बीजेपी विधायकों को समझ में आ रहा है कि यह बिहार है, गुजरात नहीं.
बीजेपी के तीन विधायक पार्टी के प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ असंतोष जता चुके हैं, जिनमें से एक को सस्पेंड भी कर दिया गया है. वहीं प्रदेश के कृषि मंत्री और जेडीयू नेता नरेंद्र सिंह ने दावा किया है कि 40 से ज्यादा बीजेपी विधायक उनके संपर्क में हैं.
दो दिन पहले ही बिहार बीजेपी के शीर्ष नेता सुशील मोदी ने कहा था, 'अगर वे एक विकेट गिराएंगे तो हम उनके दो विकेट गिराएंगे.'
बीजेपी में फूट से उत्साहित जेडीयू नेता देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा, 'बीजेपी में असंतोष सामने आने से हम हैरान नहीं हैं. हम किसी पार्टी को तोड़ने की कोशिश नहीं करते. लेकिन लोग देख सकते हैं कि नीतीश कुमार का कोई विकल्प नहीं है.'
संघ प्रमुख मोहन भागवत भी आज पटना में हैं. वह यहां सुशील मोदी, नंद किशोर यादव, शाहनवाज हुसैन और मंगल पांडे जैसे बीजेपी नेताओं से मुलाकात करेंगे.
इससे पहले अमरनाथ गामी और विजय मिश्रा के बाद चिरैया से बीजेपी विधायक अवनीश कुमार सिंह ने भी असंतोष जताते हुए पार्टी को लोकतांत्रिक तरीके से चलाए जाने की मांग की.
बीजेपी का आरोप है कि नीतीश कुमार सरकार उनके विधायकों को लालच दे रही है. जबकि सत्तारूढ़ जेडीयू का दावा है कि बीजेपी इसलिए घबराई हुई है क्योंकि उसके आठ विधायक पार्टी बदलने को तैयार हैं
बीजेपी से सस्पेंड किए गए विधायक अमरनाथ गामी ने दावा किया था कि कई विधायक असंतुष्ट हैं और धीरे-धीरे उनके विचार सामने आ जाएंगे. गामी को पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के खिलाफ बयानबाजी करने की वजह से सस्पेंड कर दिया गया था.
दरभंगा जिले के हायाघाट विधानसभा क्षेत्र से विधायक गामी ने सुशील मोदी पर सत्ता का भूखा होने, पार्टी मामलों पर एकाधिकार हासिल करने, चापलूसी को बढ़ावा देने और उनके जैसे ईमानदार कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया था. इसके बाद उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया गया.
गामी ने दावा किया कि बीजेपी के करीब एक दर्जन विधायक सुशील कुमार मोदी के बारे में यही सोचते हैं. उनके विचार भी धीरे-धीरे खुलकर सामने आ जाएंगे.
जेडीयू नेता शिवानंद तिवारी ने कहा, 'भाजपा घबराई हुई है. नीतीश कुमार के बीजेपी से अलग होने के बाद कई विधायकों ने विश्वास प्रस्ताव पर खुला मतदान कराने की मांग की थी.' उन्होंने कहा कि बीजेपी के आठ विधायक पार्टी बदलने को तैयार थे. बीजेपी में गहरा असंतोष है. उसके नेता लोगों के बजाए मीडिया की सुखिर्यों में रहना चाहते हैं.
इस बीच बीजेपी नेता सी पी ठाकुर ने कहा कि नाराज विधायकों को मनाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा, 'हम कोशिश करेंगे और बातचीत करके मामले को सुलझाने की कोशिश करेंगे. समाधान दोनों ओर से होगा. हमें इन विधायकों की नाराजगी की वजह पता नहीं है. हमें मामले पर बात करने की ज़रूरत है.'