नीतीश सरकार की एकमात्र अल्पसंख्यक महिला मंत्री परवीन अमानुल्लाह के इस्तीफे के बाद बीजेपी को जेडीयू में बगावत की बू आने लगी है. बीजेपी को यकीन है कि पार्टी में कई नेता जो घुटन महसूस कर रहे हैं वो जल्द ही पार्टी के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद करेंगे और नीतीश की सरकार जो जुगाड़ की बहुमत में है, वो गिर जाएगी. इसके जबाब में जेडीयू ने बीजेपी को सरकार गिराने की चुनौती दी है.
परवीन अमानुल्लाह के पार्टी और सरकार से इस्तीफे के बाद जेडीयू संख्या घटकर 117 रह गई है जबकि दूसरे विधायक छेदी पासवान पहले से ही बागी हो चुके हैं. ऐसे में नीतीश के पास 116 विधायकों का समर्थन है. अब जबकि अचानक ही एक मंत्री ने इस्तीफा दे दिया है, बीजेपी को यकीन है कि जल्द ही जेडीयू में बगावत के सुर सुनाई देंगे, जिससे नीतीश सरकार गिरेगी. हालांकि पार्टी फिलहाल ना तो वक्त ना ही विधायकों का नाम बता रही है.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडे का कहना है कि इनका बहुमत बिल्कुल एज पर है और इनके कई लोग बगावत के मूड में है, जिस तरह से परवीन अमानुल्लाह का हुआ, आप आने वाले दिन में देखेंगे कि इनकी सरकार गिर जाएगी.उधर बीजेपी के बगावत के अंदेशे के बाद जेडीयू ने बीजेपी को सरकार गिराने की चुनौती दी है. पार्टी के मुताबिक बीजेपी चूंकि खुद बगावत से जूझ रही है, उनके विधायक पाला बदलने को तैयार बैठे हैं, ऐसे में पार्टी ये स्टंट कर रही है. जेडीयू के प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि अगर हिम्मत है तो सरकार गिराकर दिखाए.
शिवानंद तिवारी, एन.के. सिंह, अब नीतीश के खिलाफ हो चुके हैं. दिग्विजय सिंह की पत्नी और बांका से सांसद पुतुल देवी और सीवान के सांसद ओमप्रकाश यादव पाला बदलकर बीजेपी आ चुके हैं. औरंगाबाद से जेडीयू सांसद सुशील सिंह राजनाथ सिंह से मिलकर बीजेपी आने की इच्छा जता चुके हैं. परवीन इस्तीफा दे चुकी हैं, जबकि छेदी पासवान बागी हो चुके हैं.