बेनामी संपत्ति अर्जित करने के मामले और रेलवे टेंडर घोटाले में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के पटना में स्थित 45 करोड़ के 3 एकड़ जमीन को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा कुर्क किए जाने की कार्यवाही के बाद उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लालू पर तंज कसा है. सुशील मोदी ने कहा कि जब उन्होंने लालू की इस बेनामी संपत्ति का खुलासा किया था तो लालू ने सवाल उठाया था कि आखिर कहां इस केस के सिलसिले में उनके ठिकानों पर छापेमारी हुई है?
उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों द्वारा छापेमारी की जगह और ठिकानों के सार्वजनिक होने के बाद लालू की दलील यह थी कि क्या कोई एफआईआर दर्ज हुई है. जब एफआईआर दर्ज हो गई तो डर की वजह से लालू एंड फैमिली पूछताछ के लिए जाने से कतराने लगी. मोदी ने कहा कि गिरफ्तारी के डर से लालू और उनके परिवार वाले जांच एजेंसियों के सामने पेश हुए थे.
उन्होंने कहा कि ईडी द्वारा लारा प्रोजेक्ट की 3 एकड़ जमीन जब्त करने के बाद लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव पूछ रहे हैं कि चार्जशीट क्यों नहीं दायर की गई है? मोदी ने कहा कि लालू परिवार के खिलाफ ईडी, आईटी, सीबीआई के पास इतने पुख्ता सबूत हैं कि केवल चार्जशीट ही दाखिल नहीं होगी बल्कि सभी को जेल भी जाना होगा और सजा भी होगी.
दरअसल पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सवाल पूछा था कि आखिर संपत्ति कुर्की के बाद चार्जशीट दायर क्यों नहीं हुई है. इसी का जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि चार्जशीट दाखिल होने का इंतजार करने की जगह तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि बिना किसी वाजिब कमाई के आखिर 28 साल की उम्र में जिस 3 एकड़ जमीन पर 750 करोड़ का बिहार का सबसे बड़ा मॉल बन रहा था वह उसके मालिक कैसे बन गए?
सुशील मोदी ने कहा, सच्चाई यह है कि जब लालू प्रसाद रेल मंत्री थे तो रेलवे के दो होटलों के एवज में कोचर बंधुओं से वह जमीन प्रेम चन्द्र गुप्ता की कंपनी डिलाइट मार्केटिंग के नाम पर लिखवाई गई और उसके बाद मात्र चार लाख रुपये की पूंजी लगाकर राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के नाम से उक्त जमीन और पूरी कंपनी को हासिल कर लिया गया.
लालू प्रसाद जब तक सारी बेनामी सम्पत्ति जांच एजेंसियों के सामने सरेंडर करते हुए अपने घोटालों का प्रायश्चित कर जनता से माफी नहीं मांगते, तब तक केवल मांसाहार छोड़ने से उनके संकट दूर होने वाले नहीं हैं। मांसाहार और भ्रष्टाचार जैसी गलत आदतें जल्दी नहीं छूटतीं। pic.twitter.com/lNUlOwbtg1
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) December 9, 2017
सुशील मोदी ने सवाल उठाया कि आखिर प्रेम चन्द्र गुप्ता ने अपनी कंपनी और पटना शहर के प्राइम लोकेशन की करोड़ों की जमीन लालू परिवार को क्यों सौंप दिया? मोदी ने कहा अगर तेजस्वी यादव के पास जवाब होता तो उन्हें अपनी कुर्सी नहीं गंवानी पड़ती. जब एफआईआर दर्ज हो गई है तो चार्जशीट भी दाखिल होगा और सजा भी मिलेगी.