एक फरवरी को देश का बजट पेश होना है. ठीक उसी दिन से पूरे बिहार में ब्लॉक विकास अधिकारियों ने बेमियादी हड़ताल पर जाने का फैसला किया है. अधिकारियों के इस तरह से हड़ताल पर जाने से प्रदेश के सभी ब्लॉक पर काम ठप हो जाने की संभावना जाहिर की जा रही है.
ब्लॉक विकास अधिकारियों के प्रदेश अध्यक्ष प्रशांत कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये यह जानकारी दी.
प्रशांत कुमार के मुताबिक, पिछले कई साल से हम लोग अपनी मांगें सरकार के सामने रख रहे हैं, लेकिन हमें सिर्फ आश्वासन ही मिला है. इसलिए आज सभी ब्लॉक विकास अधिकारियों ने पटना में बैठक की. इस बैठक में सभी ने एकराय से फैसला किया कि अब हमारे सामने हड़ताल पर जानेके अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा है.
प्रदेश ब्लॉक विकास अधिकारी ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार सरकार की मंशा ब्लॉक विकास अधिकारियों के संगठन को कमजोर बनाए रखने की लग रही है. ग्रामीण विकास संघ राज्य सरकार से बिहार ग्रामीण विकास सेवा पुनर्गठन और वेतन विसंगति में सुधार को लेकरलगातार मांग कर रहा है.
अपनी मांगों को लेकर ग्रामीण विकास संघ ने विभाग के सचिव के साथ बातचीत की और वेतन विसंगति को दूर करने की मांग की, लेकिन आश्वासन के बावजूद सरकार ने अब तक कोई कदम नहीं उठाया. ऐसे में हम कड़ा फैसला लेने को मजबूर हो गए.
प्रदेश ब्लॉक विकास अधिकारी ने बताया कि बिहार के सभी ब्लॉक विकास अधिकारी 1 फरवरी से बेमियादी हड़ताल पर चले जाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा के इसके कारण पूरे बिहार में सरकारी काम लगभग ठप हो जाएंगे. अगर यह हड़ताल लंबे वक्त तक जारी रही तो आनेवाले चुनाव के कामकाजपर भी इसका असर देखने को मिल सकता है.