इंटर टॉपर घोटाला में बदनामी का दंश झेल रहा बिहार बोर्ड एक नई मुसीबत में फंसता नजर आ रहा है. एक ओर जहां एसआईटी इंटर परीक्षा की फर्जी टॉपर रूबी राय की उत्तर पुस्तिकाओं को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजने की तैयारी कर रही थी, वहीं अब खबर आई कि रूबी की एक विषय की कॉपी स्ट्रॉन्ग रूम से गायब है.
कहा तो यहां तक जा रहा है कि इंटर टॉपर घोटाला के कुछ सबूतों को मिटाने के लिए रूबी राय की कॉपियों को एक सोची–समझी रणनीति के तहत गायब किया गया है.
इंटर टॉपर घोटाला के मास्टरमाइंड बच्चा राय और बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद के बीच टॉपर बनाने को लेकर डील पूरी प्लानिंग के साथ हुई थी. टॉपर बनाने के इस खेल में बोर्ड के कई कर्मचारी के भी शामिल होने की बात कही जा रही है. अब जब एसआईटी की जांच अपनी रफ्तार पकड़ चुकी है, ऐसे में रूबी राय की उत्तर पुस्तिकाओं का गायब हो जाना सीधे बोर्ड के कर्मियों को शक के घेरे में ले आता है.
'एसआईटी को कभी नहीं मिली होम साइंस की कॉपी'
सिटी एसपी चंदन कुशवाहा ने कहा है कि बोर्ड ने इस बात का जवाब मांगा है कि किस परिस्थिति में रूबी राय की होम साइंस की कॉपी स्ट्रॉन्ग रूम से गायब हो गई. एसपी ने कहा कि रूबी राय की अन्य सभी विषयों की कॉपी एसआईटी के पास है, लेकिन होम साइंस की उत्तर पुस्तिका शुरू से एसआईटी को उपलब्ध नहीं करवाई गई. बोर्ड से ये भी पूछा गया है कि कॉपियों को सुरक्षित रखने की जिम्मेवारी किसकी थी. उन्होंने कहा कि बोर्ड का जवाब मिलने के बाद एसआईटी आगे की कार्रवाई करेगी.
गौरतलब है कि अभी तक की जांच में यह बात साफ है कि रूबी राय ने परीक्षा में अपनी उत्तर पुस्तिकाओं को खुद नहीं लिखा था. रूबी राय की कॉपियों को दूसरों से लिखवाया गया था. रूबी राय के लिखावट के मिलान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, इसलिए इन कॉपियों को गायब किया गया है.
बच्चा राय के कॉलेज में मिलीं दर्जनों कॉपियां
बताया जाता है कि बच्चा राय के कॉलेज में ही परीक्षा के दौरान दूसरी कॉपियों पर प्रश्नों के उत्तरों को लिखा जाता था, जिसे बाद में दूसरे कॉपियों में जोड़ दिया जाता था. एसआईटी जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि बच्चा राय के कॉलेज में आरएम कॉलेज की मुहर लगी कई दर्जन कॉपियां मिली थीं. बच्चा राय के इस खेल में बोर्ड के भी कई कर्मी शामिल थे.
कैसे बदल गया कॉलेज का एग्जाम सेंटर?
इंटर की परीक्षा में विशुन राय कॉलेज का परीक्षा केन्द्र पहले हाजीपुर के गुरुकुल पीठ को बनाया गया था, लेकिन ऐन वक्त पर इसे बदलकर हाजीपुर के जीए इंटर कॉलेज में बिना किसी लिखित आदेश के कर दिया गया. एसआईटी इसकी भी जांच कर रही है और गुरुकुल पीठ के प्रिंसिपल को भी बुलाकर पूछताछ करने वाली है.