बिहार के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने आज (28 फरवरी) राज्य का बजट पेश किया. तारकिशोर प्रसाद ने बताया कि इस साल बिहार का बजट 2 लाख 37 हजार 691 करोड़ है.
इसमें सबसे ज्यादा स्वास्थ्य के क्षेत्र में 16134 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. नीतीश सरकार ने इस बजट में 6 सूत्रीय विकास मॉडल पेश किया है और स्वास्थ्य-शिक्षा पर ज्यादा फोकस रखा गया है.
बिहार सरकार ने बजट को 6 सूत्रों में बांटा
बिहार सरकार ने इस साल अपने बजट को 6 सूत्रों में बांटा है जिसमें स्वास्थ्य, कृषि निवेश, ग्रामीण शहरी आधारभूत संरचना विकास, कृषि क्षेत्र, क्रेडिट कार्ट योजना और महिला-बाल विकास पर केंद्रित है.
वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने बजट भाषण में बताया कि बिहार की अर्थव्यवस्था साल 2022-23 में 7.9 फीसदी रह सकती है. बिहार की अर्थव्यवस्था में 2.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
सात निश्चय पार्ट 2 के लिए 5000 करोड़ का प्रावधान
आधारभूत संरचना जिसमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए बजट में 29749 करोड रुपए का प्रावधान किया गया है जबकि समाज कल्याण के लिए बजट में 12375 करोड़ की राशि दी गई है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महत्वकांक्षी कार्यक्रम हर घर नल का जल योजना के लिए 110 को रुपए का प्रावधान किया गया है. नीतीश कुमार के एक अन्य महत्वकांक्षी कार्यक्रम सात निश्चय पार्ट 2 के लिए 5000 करोड़ का प्रावधान किया गया है.
इथेनॉल की 151 नई फैक्ट्रियां
बिहार सरकार ने इस साल के बजट में इथेनॉल के उत्पादन के लिए 151 फैक्ट्रियों को लगाने का ऐलान किया है. उद्योगों के लिए 1643 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया.
कृषि के विकास के लिए 7712 करोड़ की राशि रखी गई है. वहीं महिला और बाल विकास के क्षेत्र में विकास के लिए 12375 करोड़ की राशि का प्रावधान किया गया है. मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता के लिए 200 करोड़ का प्रावधान किया गया है.
वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने बजट भाषण के दौरान ऐलान किया कि इस साल 'स्वच्छ गांव समृद्ध गांव' के तहत 847 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इस योजना के तहत राज्यों के सभी गांवों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाई जाएगी.
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