बिहार में 12 दिन पुरानी जीतन राम मांझी सरकार का सोमवार को विस्तार हो गया. लेकिन इस विस्तार के साथ पार्टी में बवाल भी खड़ा हो गया. मंत्रिमंडल में जगह ना मिलने से नाराज कई जेडीयू नेताओं ने नीतीश कुमार के खिलाफ बगावत कर दी है. पार्टी के प्रवक्ता नीरज कुमार ने पद ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि इस विस्तार में विश्वासघातियों को सम्मान दिया गया और अपनों का अपमान किया.
जेडीयू एमएलए ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने आज तक से कहा कि बाहुबलि और ऐसे लोगों को मंत्री बनाया जा रहा है जिन्होंने पार्टी की पीठ में छुरा घोंपा और पार्टी के खिलाफ लड़े. ज्ञानू ने कहा कि पार्टी में रोष की भावना बढ़ती जा रही है. करीब दो दर्जन विधायक शीर्ष नेतृत्व से नाराज हैं. जल्द ही वह अपने भविष्य पर फैसला लेंगे. इस कैबिनेट के चुनाव में मुख्यमंत्री ने कुछ नहीं किया.
शपथ ग्रहण समारोह में भी पार्टी को खासी किरकिरी तब झेलनी पड़ी जब मंत्री बनने जा रही बीमा भारती अपना शपथ पत्र भी ढंग से नहीं पढ़ पाईं.
जेडीयू विधायक अजीत कुमार ने कहा नीतीश कुमार को गाली देने वाले को मंत्री बनाना समझ के परे है. ये पार्टी के लिए घातक है. विधायक अजीत कुमार ने आजतक से फोन पर बातचीत में कहा कि जिन्होंने नीतीश कुमार और पार्टी को गाली दी वो अब पार्टी के कर्ताधर्ता बन रहे हैं. उनका इशारा नये मंत्री लल्लन सिंह की ओर था.
शामिल किए गए 14 कैबिनेट मंत्री
14 कैबिनेट मंत्रियों ने शाम चार बजे राजभवन में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. पिछले वर्ष 16 जून को बीजेपी से जदयू के अलग हो जाने के बाद नीतीश मंत्रिमंडल से बीजेपी के 11 मंत्री बाहर हो गए थे. नीतीश के उत्तराधिकारी मांझी ने अपने मंत्रियों की नई टीम में भी कोई फेरबदल नहीं किया था.
ये हैं मंत्री...
1. राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह
2. महाचंद्र प्रसाद सिंह
3. जय कुमार सिंह
4. मनोज सिंह कुशवाहा
5. जावेद इकबाल
6. बीमा भारती
7. सम्राट चौधरी
8. रामलखन
9. श्रवण कुमार
10. रंजू गीता
11. रामधनी सिंह
12. नौशाद आलम
13. वैद्यनाथ साहनी
14. विनोद यादव