बिहार इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड रूरल डेवलपमेंट के डीजी केके पाठक का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें वह बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को अपशब्द बोल रहे हैं. इस मामले में बिपार्ड ने बयान जारी करते हुए केके पाठक के मीटिंग के दौरान अमर्यादित शब्दों के लिए खेद प्रकट किया है.
दरअसल, संस्थान द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि बिपार्ड, जिसकी शुरुआत पिछले साल अक्टूबर में की गई थी, वहां पर बिहार प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारी अनुशासनहीनता करते हैं. बिपार्ड में ट्रेनिंग के दौरान बिहार प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु पदाधिकारी पीटी और योगा कक्षाओं का विरोध करते रहे थे.
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि केके पाठक के वायरल वीडियो प्रकरण को बिहार प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु पदाधिकारियों और बिहार प्रशासनिक सेवा एसोसिएशन ने एक हथियार के रूप में प्रयोग करते हुए मीडिया में जाकर केके पाठक के विरुद्ध अमर्यादित और असंसदीय भाषा का प्रयोग किया गया, जो निंदनीय है.
IAS को हटाने की उठी मांग
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बिहार के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी केके पाठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो रही बैठक में मौजूद अधिकारियों के खिलाफ गाली गलौज की भाषा का प्रयोग करते नजर आ रहे हैं. वीडियो के वायरल होने के तुरंत बाद, बिहार प्रशासनिक सेवा संघ (बासा) हरकत में आ गया है और केके पाठक को उनके पद से हटाने की मांग उठाई है.
थाने पहुंचे राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी
वीडियो वायरल होने के बाद बिहार प्रशासनिक सेवा ने आरोप लगाया है कि वह राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को अपशब्द बोल रहे हैं. बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी सचिवालय थाने पहुंचे और उन्होंने केके पाठक के खिलाफ आवेदन दिया है. एक अधिकारी ने कहा कि उन्होंने अपशब्द बोले हैं जो कहीं से मर्यादा के अनुकूल नहीं है, इसलिए हम लोगों ने सचिवालय थाने में एक आवेदन दिया है. वहीं सचिवालय थाना प्रभारी ने कहा कि एक आवेदन आया है जिसकी हम जांच कर रहे हैं.