चमकी बुखार से हो रही मौतों के बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर पहुंचे और अस्पताल का जायजा लिया. इस बीच मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष के मुताबिक, मंगलवार दोपहर 1 बजे तक 108 बच्चों की मौत हुई है. 16 बच्चों की हालत गंभीर है. इलाज से सीएम नीतीश कुमार संतुष्ट हैं.
जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने बताया कि आज चार बच्चों की मौत हुई है. सीएम नीतीश कुमार ने पांच पीआईसीयू का दौरा किया. सीएम ने बच्चों की मौत पर दुख जताया है. अभी तक 54 परिवारों को राज्य सरकार द्वारा घोषित चार-चार लाख रुपये का मुआवजा दे दिया गया है.
डीएम ने कहा कि हम यह जानते हैं कि बीमारी के पीछे का सही कारण क्या है और इसके रोकथाम पर काम कर रहे हैं. हम उन आरोपों को खारिज करते हैं कि जिसमें कहा जा रहा है कि जिला प्रशासन ने जागरूकता अभियान नहीं चलाया.
इस बीच, बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने चमकी बुखार से निपटने के लिए कई निर्देश दिए हैं. उनका कहना है कि मरीजों को अस्पताल ले जाने में देरी की वजह से ज्यादातर मौते हो रही हैं. यह बात भी बार बार कही जा रही है कि मरीज अस्पताल तक पहुंच नहीं पा रहे हैं.
मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा कि मरीज अस्पताल का खर्च उठाने में सक्षम हैं, इसलिए मरीजों को पैसे भी मुहैया कराये जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि SKMCH के विस्तार का फैसला किया गया है. इसे 2500 बिस्तरों वाला अस्पताल बनाया जाएगा. अभी SKMCH में 610 बेड हैं जबकि 100 बेड के ICU भी स्थापित किए जाएंगे.
Bihar Chief Secy Deepak Kr: CM gave few directions. He said main reason of deaths is that patients reach hospitals late. It's been reiterated that patients won't have to bear any expense in coming to hospitals. Their fare will be reimbursed, they'll be given Rs 400 at flat rate. pic.twitter.com/399rBTLNgJ
— ANI (@ANI) June 18, 2019
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को मुजफ्फरपुर का दौरा किया, जहां एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से अब तक 108 बच्चों की मौत हो चुकी है. जिला के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के साथ नीतीश कुमार ने सरकारी श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) का दौरा किया, जहां उन्होंने अपना इलाज करा रहे बच्चों और उनके परिजनों से मुलाकात की.
मुख्यमंत्री स्थिति का जायजा लेने के लिए डॉक्टरों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे. कुल 108 मृतकों में से एसकेएमसीएच में 88 और निजी केजरीवाल अस्पताल में 19 बच्चों की मौत हुई है.
दोनों अस्पतालों में एईएस के लक्षणों वाले गंभीर रूप से बीमार लगभग 100 बच्चों का इलाज चल रहा है. स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को एसकेएमसीएच का दौरा किया था.