बिहार में चमकी बुखार से हो रही मौतों पर नीतीश सरकार की फजीहत हो रही है. बावजूद इसके सरकार गंभीर नजर नहीं आ रही है. डिप्टी सीएम सुशील मोदी से जब चमकी बुखार को लेकर सवाल पूछे गए तो वह टाल गए. सुशील मोदी बार-बार कहते रहे कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस बैंकिंग कमेटी पर है, न की चमकी बुखार पर.
दरअसल, बुधवार को मुजफ्फरपुर में बच्चों की हो रही मौत पर सवाल पूछा गया तो सुशील मोदी ने कहा, 'मैंने पहले आपको बता दिया था, ये बैंकर समिति की बैठक है और ये प्रेस कॉन्फ्रेंस सिर्फ इसी विषय के लिए आयोजित की गई है. बैंक से जुड़े मुद्दे पर अगर आप पूछेंगे तो जवाब मिल पाएगा.'
#WATCH Bihar Deputy Chief Minister Sushil Modi during a press conference refuses to answer journalists' questions on deaths of children due to Acute Encephalitis Syndrome (AES) in Muzaffarpur; says, "I already told you this press conference is about banking committees" pic.twitter.com/dn4moNfJSC
— ANI (@ANI) June 19, 2019
सुशील मोदी के इतना कहते ही पत्रकार फिर चमकी बुखार पर सवाल पूछने लगे. सुशील मोदी ने कहा, 'आपको इसके बारे में पूछना है तो पूछिए, नहीं तो हम प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म करते हैं. दूसरे विषय पर अलग से बात की जाएगी. अभी सिर्फ बैंकिंग से जुड़े सवालों का जवाब दिया जाएगा.'
सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई
चमकी बुखार से बच्चों की मौत को लेकर दाखिल जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई होगी. अब तक चमकी बुखार से 113 बच्चों की मौत हो चुकी है. इस मामले में दो वकीलों ने जनहित याचिका दायर की है.
याचिका में कहा गया है कि प्रभावित इलाकों में केंद्र और बिहार सरकार को 500 आईसीयू स्थापित करने और मेडिकल एक्सपर्ट टीम भेजने के निर्देश दिए जाएं. साथ ही 100 मोबाइल आईसीयू मुजफ्फरपुर भेजा जाए और मेडिकल बोर्ड बनाया जाए.