बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अभी पिछले हफ्ते ही यह स्वीकार किया था कि कंप्यूटर की उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है और अब उन्होंने फेसबुक ज्वॉइन कर लिया है. यह जानकारी उनके अधिकारियों ने दी.
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि अपने व्यस्त कार्यक्रमों के बावजूद 68 वर्षीय मांझी ने अपने एंड्रॉयड फोन पर फेसबुक को एक्टिव किया है और अब वो इसका बखूबी इस्तेमाल कर रहे हैं. अधिकारी के मुताबिक मांझी ने अभी पिछले हफ्ते ही अपने मंत्रियों के लिए सूचना प्रौद्योगिकी और सरकार चलाने के लिए हाई टेक उपकरणों की जानकारी से युक्त एक वर्कशॉप का आयोजन भी करवाया था.
उस वक्त मांझी ने यह स्वीकार किया था कि उन्हें कंप्यूटर, लैपटॉप और टैब जैसे उपकरणों की ज्यादा जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा था, ‘मैं तकनीकी व्यक्ति नहीं हूं, बिहार सरकार में अगर किसी को सबसे अधिक इसकी जरूरत है, तो वह मैं हूं.’
तब उन्होंने कहा था, ‘तकनीकी ज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी के ज्ञान की आवश्यकता लगातार बढ़ती जा रही है. किसी भी स्तर के पदाधिकारी या कर्मचारी हो या राजनीतिक क्षेत्र के लोग सबको कंप्यूटर, लैपटॉप, इंटरनेट की जानकारी होनी चाहिए. आज बिना सूचना प्रौद्योगिकी के सहयोग के हम विकास के लक्ष्य को नहीं पा सकते हैं.’
इसके साथ ही उन्होंने अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों को कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी की पूरी जानकारी हासिल करने की सलाह दी. उन्होंने कहा, ‘इसकी जानकारी सरकार चलाने में सहायक होगी.’
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार पहले से ही फेसबुक पर मौजूद हैं. फेसबुक पर मांझी ने जो प्रोफाइल इमेज लगाई है उसमें वो अपने पूर्ववर्ती नीतीश कुमार के साथ दिख रहे हैं. अपने प्रोफाइल में उन्होंने खुद को पिछड़ी जाति का मुख्यमंत्री बताया है. मांझी हमेशा यह कहते रहे हैं कि वो महादलित हैं. फेसबुक पेज बनाने के साथ ही मांझी को ढेरों फ्रेंड्स रिक्वेस्ट मिल रहे हैं.