बिहार में चमकी बुखार से मौत के बाद मचे हाहाकर के बीच सोमवार को सीएम नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक की. इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के सीनियर अधिकारी शामिल रहे.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पटना आवास में ये बैठक हो रही है. दरअसल, बिहार के मुजफ्फरपुर में अब तक चमकी बुखार से 100 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है. बिहार सरकार इस स्वास्थ्य आपदा से जूझ ही रही थी कि बिहार में लू के कहर की बात भी सामने आई है. रिपोर्ट के मुताबिक प्रचंड गर्मी और लू से बिहार में अब तक 78 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें से 35 मौतें सिर्फ गया में हुई है, जबकि 47 लोग औरंगाबाद में मरे हैं.
Bihar Chief Minister Nitish Kumar has called an internal meeting today. Health department senior officials to be present in the meeting. (File pic) pic.twitter.com/I1PBmOSizH
— ANI (@ANI) June 17, 2019
चमकी बुखार से मौत
बिहार में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (AES) यानी चमकी बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. इस बुखार से मरने वालों की संख्या बढ़कर 100 से ज्यादा पहुंच गई है. मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (एसकेएमसीएच) और केजरीवाल अस्पताल में 375 बच्चे एडमिट हैं. चमकी बुखार से पीड़ित मासूमों की सबसे ज्यादा मौतें मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल में हुई हैं. वहीं चमकी बुखार की आंच अब मोतिहारी तक पहुंच गई है, जहां एक बच्ची बुखार से पीड़ित है.
लू से मौत
बिहार के गया में अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज में लू के कारण मरने वालों की संख्या 35 पहुंच चुकी है. इनमें से 28 की इलाज के दौरान मौत हो गई तो सात को मृत हालात में ही लाया गया था. वहीं 106 मरीजों का फिलहाल इलाज चल रहा है.
वहीं बिहार में गर्मी को लेकर रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. बिहार में अब तक गर्मी से 78 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं. जबकि गया में गर्मी को लेकर धारा 144 लागू कर दी गई है. वहीं भीषण गर्मी के कारण 22 जून तक बिहार के सभी स्कूल बंद, शिक्षा विभाग ने इस संबंध में जारी किया है.