बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने निर्देश दिया है कि राज्य के किसी भी कोने से राजधानी पटना पहुंचने में पांच घंटे से अधिक समय न लगे. इसे हर हाल में सुनिश्चित किया जाए तथा इसके लिये प्रदेश में सड़क निर्माण की योजनाओं को तेजी से लागू किया जाए.
समीक्षा के दौरान सुनाया फरमान
सीएम सचिवालय के संवाद सभाकक्ष में पथ निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान शनिवार को नीतीश ने निर्देश दिया कि प्रदेश में सडक निर्माण की योजनाओं को तेजी से लागू किया जाए. उन्होंने कहा कि चल रही योजनाओं का बेहतर निगरानी की जाए. भविष्य में सडकों पर पड़ने वाले लोड की गणना कर योजना चलाई जाए ताकि यातायात में वृद्धि होने पर भी लोगों को दिक्कत न आएं. नीतीश ने कहा कि पुल निर्माण के साथ-साथ सम्पर्क पथ पर भी काम चले ताकि पुल बन जाने के बाद रोड के अभाव में पुल अनुपयोगी न रह जाए. पुल निर्माण के बाद संपर्क पथ बनाने पर उसके लागत में भी वृद्धि की संभावना रहती है.
सड़क-पुलों पर कड़ी निगाह रख रहे हैं नीतीश
बैठक में पथ निर्माण विभाग द्वारा बताया गया कि राज्य में नेशनल हाइवे 4590 किलोमीटर, स्टेट हाइवे 4227 किलोमीटर एवं 10,633 किलोमीटर मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड है. इस अवसर पर विभाग द्वारा विजन 2020 की भी प्रस्तुति की गई. मुख्यमंत्री ने बिहटा-सरमेरा पथ का विस्तार कर इसे लखीसराय बालिका विद्यापीठ तक लिंक करने की आवश्यकता जताई. उन्होंने कहा कि इससे लखीसराय जाने की दूरी घटेगी और समय भी कम लगेगा. भागलपुर के लिए भी यह पथ एक वैकल्पिक पथ बन जायेगा.
सड़कों के रखरखाव के लिए भी सुनाया फरमान
नीतीश ने सडकों के रखरखाव के संबंध में निर्देश दिया कि बालू लदे ट्रकों के परिचालन को नियंत्रित किया जाए क्योंकि अधिकांश ट्रक ओवरलोडिंग करते हैं और इनमें बालू के साथ पानी रहता है जो सडकों को बर्बाद करता है. इस पर रोक लगाने के लिये कारगर कार्रवाई की जाए. उन्होंने संबंधित विभागों खनन, परिवहन, पर्यावरण से समन्वय कर इस दिशा में आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश पथ परिवहन विभाग को दिया. मुख्यमंत्री ने पटना-आरा फोर लेन सडक निर्माण कार्य में हो रहे विलंब पर चर्चा के दौरान कहा कि जमीन की समस्या के निदान के लिये विकल्प पर सोचने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में जहां जगह की कमी है, वहां एलिवेटेड रोड बनाकर योजना को पूरा करने का विकल्प बनाया जा सकता है. इसके लिए विभाग सभी पहलुओं पर विचार कर प्रस्ताव लाए.
विभिन्न पुलों के निर्माण की जानकारी भी ली
मुख्यमंत्री ने विभिन्न पुल निर्माण की योजनाओं की समीक्षा के क्रम में दीघा रेल सह सडक पुल, विशनपुर पुल (बेतिया-गोपालगंज), बंगरा घाट पुल (मुजफ्फरपुर-सारण), बख्तियारपुर-ताजपुर, सुलतानगंज-अगुवानी पुलों के कार्यो की भी जानकारी ली. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य में चल रही अन्य सडक निर्माण योजनाओं की भी विस्तृत जानकारी ली तथा उन्हें समय पूरा करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि योजनाओं की निगरानी बहुत जरुरी है. विभाग इस पर विशेष ध्यान दे.
बैठक में डिप्टी सीएम भी थे मौजूद
मुख्यमंत्री ने बैठक में पुल निर्माण निगम तथा पथ निर्माण निगम के कार्यो की भी समीक्षा की. उन्होंने पटना जंक्शन के उत्तर एवं दक्षिण में निर्माणाधीन फ्लाई ओवर से संबंधित विडियो क्लिप भी देखे और सभी फ्लाई ओवर निर्माण की योजनाओं को शीघ्र पूरा कर एक दूसरे से लिंक करने की आवश्यकता जताई. बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा उपमुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा, वित्त विभाग के प्रधानसचिव रवि मित्तल, पथ निर्माण विभाग के प्रधानसचिव सुधीर कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव चंचल कुमार एवं अतिश चंद्रा सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे.