बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो टूक कहा कि वो कोई काम वोट के लिए नहीं करते. उन्होंने कहा कि हम वोट की चिंता नहीं करते, सिर्फ काम करते हैं. हमारी सरकार चलाने की जिम्मेदारी है आपको जिसे वोट देना है दीजिए. नीतीश कुमार ने ये बातें अल्पसंख्यक विभाग के एक कार्यक्रम में पटना में कहीं. मुख्यमंत्री ने अल्पसंख्यक कल्याण से जुड़ी तीन योजनाओं का शुभारंभ किया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यक विभाग के कार्यक्रम में सोमवार को एक बड़ा राजनीतिक संदेश दिया. उन्होंने कहा कि हम सेवा करने वाले लोग हैं, हमारा यकीन काम करने में है, हमें वोट की चिंता नहीं है. हमारे साथ सरकार में कई लोग आए लेकिन सरकार बनने के बाद किसी तरह का कोई काम प्रभावित नहीं हुआ. हमने कभी कॉम्प्रोमाइज नहीं किया. हम क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म से कभी समझौता नहीं कर सकते. सरकार चलाने की जिम्मेदारी मेरी है, हम वोट की चिंता नहीं करते इसके बाद भी अगर आपको कहीं जाना है तो जाइए, जिसे वोट देना है दीजिए, हम किसी से कॉम्प्रोमाइज नहीं करते.
उन्होंने अल्पसंख्यक कल्याण से जुड़ी तीन योजनाओं का शुभारंभ किया. ये तीन योजनाएं हैं- अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय योजना, बिहार राज्य मदरसा सुदृढ़ करण योजना और बिहार राज्य वक्फ विकास योजना. सीएम ने वक्फ बोर्ड के चेयरमैन को नसीहत दी कि वक्फ बोर्ड के लोग थोड़ी मेहनत करें. वे जल्द से जल्द जमीन मुहैया कराएं ताकि सरकार आवासीय विद्यालय बना सके.
नीतीश कुमार ने कहा कि मैं वादा करता हूं अल्पसंख्यक समाज को मुख्यधारा में लाने के लिए जो भी सरकारी योजना लानी होगी वो लाई जाएंगी. हम किसी काम को करने में लगते हैं तो पीछे नहीं हटते. आप सुझाव दीजिये, इन सुझावों पर सरकार अमल करेगी. सरकार की योजनाओं का लाभ लीजिये. किसी को भी दिक्कत हो तो जानकारी दें.
बीजेपी के साथ दोबारा सत्ता में आने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि अल्पसंख्यक वोट बैंक नीतीश कुमार से खिसक गया है. नीतीश कुमार ने साफ कहा कि वो पहले बीजेपी के साथ उसके बाद आरजेडी के साथ और अब फिर बीजेपी के साथ सरकार में हैं लेकिन अल्पसंख्यकों के प्रति उनके सोच में कोई फर्क नहीं आया है, वो पहले भी उनके लिए काम करते रहे हैं और अब भी कर रहे हैं.