बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 9 नवंबर से 'निश्चय यात्रा' पर निकल रहे हैं. अपनी इस यात्रा के दौरान नीतीश कुमार बिहार के सभी 38 जिलों का दौरा करेंगे और सभी जिलों में किस तरीके से विकास कार्य चल रहा है इसका जायजा लेंगे.
नीतीश कुमार अपनी यात्रा की शुरुआत पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज से करेंगे. इसका यात्रा के दौरान नीतीश कुमार एक ओर जहां जिला प्रशासन के साथ विकास कार्य की समीक्षा करेंगे, वहीं दूसरी ओर जनता के बीच एक आम सभा भी करेंगे.
गौरतलब है कि अपने इस नए कार्यकाल में नीतीश कुमार ने सात निश्चय नाम से एक एजेंडा तैयार किया है, जिसके तहत बिहार में विकास का कार्य चलाया जा रहा है. सात निश्चय कार्यक्रम के तहत बिहार की जनता को साफ पीने का पानी, 24 घंटे बिजली, पक्की सड़क, छात्रों को शिक्षा के लिए लोन और महिलाओं को सरकारी नौकरी में 35% आरक्षण जैसी योजना शामिल है.
इस यात्रा पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा, 'नीतीश कुमार निश्चय यात्रा पर निकल रहे हैं और पहले दिन मैं भी उनके साथ रहूंगा. इस यात्रा के दौरान जहां लोगों से विकास कार्य की जानकारी ली जाएगी. वहीं शराबबंदी का किस तरह से असर देखने को मिल रहा है, इसका भी फीडबैक लिया जाएगा.'
भाजपा ने इस निश्चय यात्रा की हवा निकालने के लिए तमाम जिलों में विरोध प्रदर्शन करने का प्लान बनाया है. प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने बताया कि नीतीश कुमार जिस जिले में जाएंगे बीजेपी कार्यकर्ता उनका विरोध करेंगे. प्रेम कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार की यात्रा जनता को बेवकूफ बनाने के लिए है और पिछले एक साल में सरकार की जो भी नाकामियां हैं, उस पर पर्दा डालने के लिए है.
प्रेम कुमार ने कहा, 'नीतीश कुमार की इस यात्रा का BJP विरोध करेगी. पिछले एक साल में कानून व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त हो चुकी है. नीतीश कुमार इस यात्रा के माध्यम से लोगों को मूर्ख बनाने की कोशिश कर रहे हैं.'
निश्चय यात्रा के पहले चरण 9 नवंबर से 12 नवंबर के बीच मुख्यमंत्री पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर जिलों का दौरा करेंगे.