लालू प्रसाद भले ही नीतीश कुमार की पार्टी से गठबंधन करने की बात कह रहे हों, लेकिन बिहार सीएम जीतन राम मांझी ने लालू को 'सांपनाथ' कहकर मामले में ट्विस्ट पैदा कर दिया है.
अगर आगे सब-कुछ ठीक रहा, तो नीतीश और लालू एक बार फिर से दोस्त बन जाएंगे. लालू ने जेडीयू से गठबंधन के संकेत दे दिए हैं. पर इधर लालू ने नीतीश से हाथ मिलाने की बात की, उधर नीतीश के उत्तराधिकारी जीतन राम मांझी ने लालू को 'सांपनाथ' बता डाला.
लालू ने नीतीश से गठबंधन का मन तो बना लिया, लेकिन लगता है कि जेडीयू के मन में अब भी लालू को लेकर कसक बरकरार है. शायद यही वजह है कि जब लालू ने 'कमंडल' की काट के लिए मंडलवादी ताकतों को साथ आने का आह्वान किया तो, सीएम साहब ने अजीब तरह का बयान दे डाला.
अब कौन जाने, बिहार के सीएम की जुबान फिसली या फिर लालू को लेकर दिल की बात जुंबा पर आ गई. उधर, लालू और नीतीश के बीच पक रही नई सियासी खिचड़ी पर बीजेपी चटखारे ले रही है.
बहरहाल, सियासत में कुछ भी नामुमकिन नहीं है. बरसों तक दुश्मनी की सियासत करने के बाद एक बार फिर लालू और नीतीश दोस्ती का गठबंधन निभाते नजर आने वाले हैं.