बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दलित छात्रों को जात-पात छोड़कर अंतरजातीय विवाह करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि अगर दलितों को राजनीतिक ताकत बनना है तो उन्हें जनसंख्या भी बढ़ाना होगा.
पटना में मांझी एक वेलफेयर छात्रावास में दलित छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, 'दलित छात्रों को जात-पात से उपर उठकर अंतरजातीय विवाह करना चाहिए. अगर हमें एक बड़ी राजनीतिक ताकत बनना है तब हमें अपनी जनसंख्या को 16 से बढ़ाकर 22 फीसदी करनी होगी.'
उन्होंने कहा कि राजनीतिक में अभी अच्छे आदमी की आवश्यकता है. उल्लेखनीय है कि यह कोई पहला मौका नहीं है कि मुख्यमंत्री ने ऐसा विवादास्पद बयान दिया हो. इसके पूर्व भी उन्होंने खुद बिजली विभाग में रिश्वत देने की बात कही थी तथा अपने ही नेता नीतीश कुमार पर भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लगाने का आरोप लगा दिया था.
उन्होंने कहा था कि नीतीश ने राज्य के विकास के लिए तो कई काम किए परंतु भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लगा सके. हालांकि बाद में वे इन बयानों पर सफाई देते नजर आए.