बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सोमवार को कहा कि अच्छे स्वास्थ्य और बाल कुपोषण दूर करने के लिए लड़कियों के विवाह की उम्र 25 वर्ष होनी चाहिए.
पटना में 'जनता की अदालत में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा, 'मेरा विश्वास सदियों पुरानी उस आश्रम प्रणाली में है, जिसमें लड़के और लड़कियों के लिए विवाह की उम्र 25 वर्ष थी.' उन्होंने कुपोषण, जनसंख्या में बढ़ोतरी और बीमारियों के लिए पुरानी प्रथा के उल्लंघन को कारण बताया. अपना उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, 'मैंने 25 की उम्र में विवाह किया था और 70 वर्ष का होने के बावजूद कोई दवा नहीं खाता हूं. हां, इधर कुछ दिनों से बीपी की टैबलेट खाने लगा हूं.'
'नीतीश पार्टी के सर्वमान्य नेता'
गौरतलब है कि वर्तमान समय में लड़कों के विवाह की न्यूनतम उम्र 21
साल और लड़कियों की 18 साल है. अगले साल विधानसभा चुनाव के
बाद मुख्यमंत्री के सवाल पर मांझी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश
कुमार पार्टी के सर्वमान्य नेता हैं और अगले चुनाव में जेडीयू के नेता
वही होंगे. महागठबंधन अगर उन्हें नेता चुन लेता है तो वही मुख्यमंत्री
पद का उम्मीदवार हो सकते हैं.
'मेरी कोई आकांक्षा नहीं'
उन्होंने कहा कि बीजेपी के खिलाफ देश में एक बड़ा गठबंधन बनने जा
रहा है. उन्होंने कहा, 'गठबंधन मुख्यमंत्री के लिए नहीं होता, बल्कि जिस
शक्ति से देश को खतरा है, उसे हराने के लिए होता है. गठबंधन में
अकेले कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन मैं यह कह सकता हूं कि मेरी
अपनी कोई आकांक्षा नहीं है.' मांझी ने कहा कि गठबंधन का नेता चुनाव
के बाद तय होगा या चुनाव के पहले यह गठबंधन में शामिल दलों पर
निर्भर करता है. उन्होंने कहा, 'मुझे फिर से मुख्यमंत्री बनने की कोई
आकांक्षा नहीं है. पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जेडीयू के सर्वमान्य नेता
हैं, उम्मीद है कि पार्टी उन्हें ही अपना नेता चुनेगी.'
गौरतलब है कि आरजेडी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने हाल ही में कहा था कि नीतीश जेडीयू के नेता हो सकते हैं, गठबंधन के नहीं.
(इनपुट: IANS)