कोरोना के कारण बहुत से मासूम बच्चों ने अपने मां-बाप को खो दिया है. इसके कारण उन पर मानसिक और आर्थिक दोनों ही प्रकार का पहाड़ टूट पड़ा है. इसके कारण उनकी शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए अलग-अलग राज्य सरकारें सामने आई हैं. यूपी, हरियाणा, दिल्ली सरकार के बाद अब बिहार सरकार ने भी बड़ा ऐलान कर दिया है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना में अपने अभिभावकों को खोने वाले बच्चों की आर्थिक सहायता के लिए ऐलान किया है. ट्विटर पर CM नीतीश कुमार ने कहा, ''वैसे बच्चे-बच्चियों जिनके माता पिता दोनों की मृत्यु हो गई, जिनमें कम से कम एक की मृत्यु कोरोना से हुई हो, उनको 'बाल सहायता योजना' अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा 18 वर्ष के होने तक 1500 रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे.
CM नीतीश कुमार ने आगे कहा, ''जिन अनाथ बच्चे-बच्चियों के अभिभावक नहीं हैं, उनकी देखरेख बालगृह में की जाएगी. ऐसे अनाथ बच्चियों का कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में प्राथमिकता पर नामांकन कराया जाएगा''
कोविड में अनाथ हुए बच्चों के लिए PM मोदी ने किए ऐलान, प्रशांत किशोर ने घेरा
कोरोना में अनाथ होने वाले बच्चों के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने भी PM केयर्स के तहत आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है. PM नरेंद्र मोदी ने ऐसे बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य बीमा और अन्य लाभों की घोषणा की है.
प्रधानमंत्री ने कहा है कि बच्चे देश के भविष्य का प्रतिनिधित्व करते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, "COVID 19 के कारण हमारे देश के कई बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया. सरकार उनकी देखभाल करेगी. उनके लिए गरिमा और अवसर का जीवन सुनिश्चित करेगी. बच्चों की शिक्षा और अन्य सहायता सरकार की तरफ से सुनिश्चित की जाएगी."
आपको बता दें कि PM केयर्स के तहत प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की है कि ऐसे बच्चे जब 18 साल पूरा कर लेंगे तब उन्हें अगले पांच साल तक एक तय आर्थिक सहायता दी जाएगी और उसके बाद जबकि वे 23 साल की उम्र पूरा कर लेंगे तब उन्हें एकमुश्त 10 लाख रुपये दिए जाएंगे.