बिहार में जब से महागठबंधन सरकार का कैबिनेट विस्तार हुआ है, तभी से अलग-अलग तरह के विवाद सामने आ रहे हैं. पहले आरजेडी के कोटे से मंत्री बने कार्तिकेय सिंह पर विवाद चल रहा था और उसके बाद जेडीयू विधायक बीमा भारती ने अपनी ही पार्टी से मंत्री बनीं लेसी सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. बीमा भारती के बयान पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रतिक्रिया दी है. नीतीश ने बीमा भारती के बयान पर लेसी सिंह का बचाव किया है.
बीमा भारती के आरोपों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हर किसी से मंत्री नहीं बनाया जा सकता है. सीएम नीतीश ने कहा कि हमने बीमा भारती को इतनी इज्जत दी, लेकिन बीमा भारती ने गलत बात की. पहले हम उन्हें प्रेम से समझाएंगे अगर फिर भी उनको समझ नहीं आएगा तो फिर जो उन्हें करना हो करें. बता दें कि बीमा भारती ने धमकी दी थी कि अगर नीतीश कुमार ने लेसी सिंह को कैबिनेट से नहीं हटाया तो वे विधायक पद से इस्तीफा दे देंगी और सीएम आवास के बाहर धरने पर भी बैठ जाएंगी.
लेसी सिंह पर लगाया वसूली और हत्या का आरोप
जनता दल यूनाइटेड (JDU) की विधायक बीमा भारती ने लेसी सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल करने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा था. उन्होंने खाद्य और उपभोक्ता मामलों की मंत्री लेसी सिंह पर जबरन वसूली और हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया.
बीमा भारती ने दागी ट्रैक रिकॉर्ड के बाद भी लेसी को तीसरी बार मंत्री बनाने पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, 'सीएम के बार-बार मंत्रिमंडल में शामिल करने से लेसी सिंह का मनोबल बढ़ रहा है. वह अधिकारियों को धमकाने, रंगदारी मांगने के लिए सत्ता का दुरुपयोग करती हैं. लेसी अपने विरोधियों की हत्या करवाती हैं. सीएम की करीबी होने के कारण उनके अधीन काम करने वाले अधिकारी डर के साए में रहते हैं.'
बीमा और लेसी सिंह दोनों पूर्णिया से
बता दें कि बीमा भारती जनता दल यूनाइटेड के पहली विधायक हैं, जिन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कैबिनेट में शामिल मंत्रियों के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है. पांच बार की विधायक बीमा भारती को लेसी सिंह का प्रतिद्वंद्वी माना जाता है. दोनों ही पूर्णिया से हैं. इससे पहले ही राष्ट्रीय जनता दल (RJD) कोटे से कार्तिकेय सिंह को सरकार में शामिल करने और कानून मंत्री बनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है.