बिहार में नीतीश कुमार के राजग छोड़ महागठबंधन के साथ जाने के बाद सियासी उथल-पुथल का दौर लगातार जारी है. नई सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर जहां नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच आम सहमति बन चुकी है. वहीं महागठबंधन के घटक दलों में शामिल कांग्रेस को भी 3 मंत्री पद मिल सकते हैं. बताया जा रहा है कि कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास इस बाबत पार्टी आलाकमान का एक लेटर लेकर पटना पहुंच चुके हैं.
बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद कांग्रेस पार्टी के कई विधायक मंत्री बनने के लिए आलाकमान से व्यक्तिगत तौर पर दरख्वास्त कर चुके हैं. कुछ ने उन्हें इस बाबत पत्र लिखा तो कुछ खुद ही सीधे दिल्ली पहुंच गए. लेकिन अब खबर है कि कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास पार्टी की कार्यकारी अध्यक्षा सोनिया गांधी का एक लेटर और मंत्रि पद के उम्मीदवारो की एक लिस्ट दिल्ली से लेकर पटना पहुंच चुके हैं.
वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा का कहना है कि आलाकमान की तबीयत खराब थी. इसलिए ठीक से बात नहीं हो पाई. जबकि बिहार प्रभारी भक्त चरण दास का साफ कहना है कि बिहार सरकार के नए मंत्रिमंडल में कांग्रेस के तीन मंत्री होंगे. इनमें दो लोग अभी मंत्री पद की शपथ लेंगे, जबकि एक मंत्री दूसरी बार के मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान बनेगा. राजद के भी कुछ मंत्री अभी शपथ ले सकते हैं, जबकि बाकी मंत्री दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार के समय बनाए जाएंगे. मंत्रियों के नामों की घोषणा को लेकर भक्त चरण दास ने कहा कि अभी नाम की घोषणा नहीं हुई है. कल तक घोषणा हो जाएगी.
बताया जा रहा है कि बिहार की नई सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार 16 अगस्त को हो सकता है. इसे लेकर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच फाइनल बातचीत हो चुकी है. नीतीश कुमार की नई सरकार में अधिकतम 36 मंत्री हो सकते हैं. हालांकि अभी 25 से 30 मंत्रियों को ही जगह दी जा सकती है. शेष मंत्री पद बाद में भरे जाएंगे. 79 विधायकों के साथ राजद विधानसभा में सबसे बड़ा दल है. इसलिए उसे मंत्रिमंडल में ज्यादा भागीदारी मिलेगी. जीतन राम मांझी के हम पार्टी के संतोष मांझी का मंत्री बनना तय है. उधर, निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह भी मंत्री बन सकते हैं.
आपको बता दें कि मंत्रिमंडल विस्तार से पहले कांग्रेस के महासचिव मुकुल वासनिक भी पटना पहुंचे चुके हैं. उनके स्वागत के लिए कांग्रेस बिहार प्रभारी भक्त चरण दास, प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और अखिलेश सिंह तमाम नेता उपस्थित रहे. जबकि मुकुल वासनिक ने कहा कि वह आजादी के 75 वर्ष के समारोह में शामिल होने के लिए पटना पहुंचे हैं, जबकि बिहार का जो भी मामला है, उसे बिहार प्रभारी भक्त चरण दास देख रहे हैं.