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बिहार में 1.20 लाख टीचरों को मिला जॉब लेटर, CM नीतीश बोले- 1 लाख शिक्षकों को और करेंगे भर्ती

बिहार के सीएम ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में महागठबंधन सरकार 2024 के अंत तक राज्य के युवाओं को 10 लाख नौकरियां और 10 लाख से अधिक रोजगार के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य हासिल करेगी, जैसा कि उन्होंने पिछले साल वादा किया था.

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि उनकी सरकार ने गुरुवार को 1.20 लाख स्कूल शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए. वहीं आने वाले दो महीने के भीतर उनकी सरकार 1 लाख और शिक्षकों की भर्ती करेगी. बिहार के सीएम ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में महागठबंधन सरकार 2024 के अंत तक राज्य के युवाओं को 10 लाख नौकरियां और 10 लाख से अधिक रोजगार के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य हासिल करेगी, जैसा कि उन्होंने पिछले साल वादा किया था.

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न्यूज एजेंसी के मुताबिक उन्होंने कहा कि हमने राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर 1,20,336 नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए. शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों के लिए 1 लाख या अधिक शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू करेगा. यह प्रक्रिया दो महीने के भीतर पूरी की जाएगी. अधिकारी राज्य में सरकारी स्कूलों के लिए 51,000 पुलिस कर्मियों और 50,000 प्रधानाध्यापकों की भर्ती करेंगे.

उन्होंने कहा, ''हम निश्चित रूप से 2024 के अंत तक राज्य के युवाओं को 10 लाख नौकरियां और 10 लाख रोजगार के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य हासिल करेंगे.''

बता दें कि 2022 में महागठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री बनने के कुछ दिनों बाद नीतीश कुमार ने अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में कहा था कि वह दिसंबर 2024 तक सरकार के भीतर 10 लाख नौकरियां और इसके बाहर 10 लाख रोजगार के अवसर प्रदान करेंगे. उन्होंने दावा किया कि सरकार के बाहर 10 लाख रोजगार अवसरों के वादे में से 50 फीसदी पहले ही पूरे किये जा चुके हैं.

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मुख्यमंत्री ने कहा, "देश में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी राज्य सरकार द्वारा एक ही दिन में एक लाख से अधिक नियुक्ति पत्र नई भर्तियों को वितरित किए गए और यह जारी रहेगा. कुल 1,22,336 भर्ती शिक्षकों में से 88 प्रतिशत बिहार के हैं, जबकि शेष 12 प्रतिशत अन्य राज्यों जैसे केरल, कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा, पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड के निवासी हैं."

मुख्यमंत्री ने कहा, "मौजूदा भर्ती अभियान में, बिहार के रहने वाले लेकिन वर्तमान में ओमान और कतर में रहने वाले शिक्षण नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों को भी भर्ती किया गया था. रक्षा क्षेत्र, रेलवे और बैंकों में काम करने वालों ने भी आवेदन किया और उन्हें बिहार में शिक्षक की नौकरी मिली. हमें इसकी परवाह नहीं है कि शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया के बारे में दूसरे क्या कहते हैं. यह एक निष्पक्ष चयन है. बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने भर्ती प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने में सराहनीय काम किया है."

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