बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने निवर्तमान सीएम नीतीश कुमार के स्वास्थ्य को लेकर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने मांग की है कि एक स्वास्थ्य बुलेटिन जारी किया जाए ताकि जनता को पता चल सके कि उन्हें क्या परेशानी है. उन्होंने आशंका जताई कि इसमें कोई साजिश हो सकती है और इसे स्पष्ट करने की जरूरत है. सोशल मीडिया साइट एक्स पर जीतनराम मांझी के पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी सहमति जताई और कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्वास्थ्य को लेकर पूरा बिहार चिंतित है.
मांझी ने अपने पोस्ट में लिखा, 'पिछले 10 दिनों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तबीयत खराब है. उनको कुछ हुआ भी है या फिर सिर्फ उनके साथ राजनैतिक साजिश चल रही है? नीतीश कुमार का हेल्थ बुलेटिन जारी होना चाहिए जिससे पता चले कि उनकी स्थिती कैसी है?' उनके पोस्ट पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने लिखा, 'नीतीश कुमार केवल एक गठबंधन के मुख्यमंत्री नहीं बल्कि पूरे बिहार के मुख्यमंत्री हैं इसलिए जीतन राम मांझी की चिंता जायज है और इसकी हमे भी चिंता है. इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का हेल्थ बुलेटिन जारी होना चाहिए.'
पिछले 10 दिनों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तबीयत खराब है।
— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) December 4, 2023
उनको कुछ हुआ भी है या फिर सिर्फ उनके साथ राजनैतिक साजिश चल रही है?
नीतीश कुमार का हेल्थ बुलेटिन जारी होना चाहिए जिससे पता चले कि उनकी स्थिती कैसी है?
बता दें कि बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के नेता सीएम नीतीश कुमार के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर टिप्पणी करते रहे हैं और आशंका व्यक्त करते रहे हैं कि वह किसी राजनीतिक साजिश का शिकार हो सकते हैं, जिसका उद्देश्य उन्हें सीएम पद से हटाना है. हाल ही में यह भी खबर आई थी कि वह सर्दी और खांसी से परेशान हैं. पहले यह अफवाह थी कि सीएम नीतीश कुमार राजगीर महोत्सव का उद्घाटन करेंगे, लेकिन बाद में तबीयत का हवाला देते हुए इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया.
हालांकि, तब यह भी कहा गया था कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम सूची में राजगीर महोत्सव का नाम नहीं था, इसलिए वह नालंदा नहीं पहुंचे. जीतनराम मांझी ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस पर निशाना साधते हुए एक्स पर एक पोस्ट में लिखा था, 'आप नीतीश कुमार के सहारे दलितों को अपमानित करवाएंगें, सदन में दलित समझकर एक पुर्व सीएम पर भद्दी टिप्पणी करवाएंगें, तू-तड़ाक की भाषा में जलील करेंगें और फिर भी देश के दलितों से वोट की उम्मीद करेंगें? विधानसभा चुनाव परिणाम ने बता दिया कि दलित समाज अपना बदला कैसे लेता है. जय भीम.'