बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि झारखंड चुनाव में उन्हें प्रचार करने की कोई जरूरत नहीं है. मंगलवार को ही जेडीयू ने जमशेदपुर पूर्व से झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ लड़ रहे झारखंड के पूर्व मंत्री सरयू राय को समर्थन देने का ऐलान किया है. इसके बाद मीडिया में चर्चाएं होने लगी थी कि नीतीश कुमार सरयू राय के समर्थन में झारखंड सीएम के खिलाफ चुनाव प्रचार कर सकते हैं.
जेडीयू लड़ेगी झाखंड के सभी सीटों पर चुनाव
जेडीयू के सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने सरयू राय को भ्रष्ट्राचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाला करार दिया था. उन्होंने ये भी कहा था कि नीतीश कुमार सरयू राय के प्रचार के लिए जमशेदपुर आएंगे. लेकिन बुधवार को पटना में नीतीश कुमार से जब ये पूछा गया कि क्या वे झारखंड चुनाव में प्रचार के लिए जाएंगे तो उन्होंने कहा कि हमारी वहां कोई जरूरत नहीं है. बता दें कि जेडीयू झाखंड के सभी सीटों पर चुनाव लड़ रहा है.
दरअसल बीजेपी से बगावत तो सरयू राय ने की है लेकिन इस बगावत ने नीतीश कुमार को मुश्किल में डाल दिया है. सरयू राय नीतीश कुमार के परम मित्र हैं, इस लिहाज से उन्हें दोस्ती निभानी है, वहीं बिहार में वह बीजेपी के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं. सरयू राय ने बीजेपी छोड़ते कहा था कि नीतीश कुमार की मित्रता की वजह से उन्हें टिकट से बेदखल किया गया.
राजनीति में माहिर नीतीश कुमार
नीतीश कुमार राजनीति के माहिर खिलाड़ी हैं और वो दोस्ती भी निभाना चाहते हैं और गठबंधन का धर्म भी. भले ही जेडीयू ने झारखंड के सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया हैं, लेकिन नीतीश कुमार के झारखंड में प्रचार का असर बिहार की राजनीति पर भी पड़ सकता है. हांलाकि जिस दिन जेडीयू ने झारखंड चुनाव के लिए जिन 20 स्टार प्रचारकों में नीतीश कुमार का नाम दिया था, उसी दिन से उनके चुनाव प्रचार में जाने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म था.