बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें मुलायम सिंह यादव से किसी तरह का आमंत्रण अभी तक नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले छह पार्टियों को मिलाकर एक दल बनाने की कोशिश मुलायम सिंह यादव की अध्यक्षता में की गई थी. बात बहुत आगे तक बढ़ी भी थी, लेकिन किसी कारण से वो प्रयास अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच पाई. इसका मतलब ये कतई नहीं है कि आगे इस तरह की संभावनाओं की तलाश बंद कर दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि आज जो विपक्ष है और उसमें जो एकता है उस एकता को और मजबूत करने का प्रयास करना चाहिए.
एक प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अभी जो संवैधानिक व्यवस्था है उसमें कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका की खास भूमिका है और देश को आगे बढ़ाने के लिए तीनों के बीच समन्वय होना चाहिए. नीतीश कुमार ने कहा कि जहां तक न्यायपालिका के समस्याओं का सवाल है तो उसे कार्यपालिका के द्वारा दूर करने का प्रयास किया जाना चाहिए.
नीतीश कुमार ने कहा कि इसे विवाद का मुद्दा कभी नहीं बनाना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि आज की संवैधानिक व्यवस्था में अगर संविधान में संशोधन की जरुरत होती है, तो उसके लिए संसद सक्षम है. आज की तारीख में जो भी व्यवस्था है, उसमें सबको सहयोग करना चाहिए.