बिहार के सीएम नीतीश कुमार और जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बीच लगातार बयानबाजी जारी है. दोनों एक दूसरे को लेकर खुलकर बयान दे रहे हैं. इस कड़ी में शुक्रवार को एक बार फिर नीतीश कुमार ने कुशवाहा पर निशाना साधा. इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल होने से इनकार किया है.
बिहार सीएम ने कहा कि किस पार्टी ने उनको (कुशवाहा) राज्यसभा में भेजा, इस पार्टी (जेडीयू) ने बिहार विधान परिषद में भेजा. हमको इनके बयानों से आश्चर्य हो रहा है. जनता दल (यू) के लिए इन बातों का कोई मतलब नहीं है. लेकिन हमारे कहने पर इनको (कुशवाहा) शामिल किया गया. लोग इनको शामिल नहीं करना चाहते थे. बीजेपी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि सबको पता है कि हम जिनके साथ चुनाव लड़े थे, उनका वोट हमको नहीं मिला.और उन लोगों ने हमको वोट नहीं दिया.
भारत जोड़ो यात्रा में शामिल नहीं होने पर उन्होंने कहा कि यह उनका (कांग्रेस) कार्यक्रम है. लेकिन हम लोग विपक्ष को एकजुट करने पर बात करेंगे. अभी चुनाव में समय है. सभी दल मिलकर के आगे बैठकर के काम करेंगे. हम तो इंतजार कर रहे हैं कि समाज में मिलकर बात करें. सात पार्टी के लोग एक साथ हैं और सब काम कर रहे हैं.
बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा ने हाल ही में कहा था कि राजनीतिक रूप से जब-जब नीतीश कुमार कमजोर हुए हैं, हमने उनको सहयोग करने का काम किया. उन्होंने यह भी कहा था कि आज कुछ लोग उपेंद्र कुशवाहा को गाली दे रहे हैं, लेकिन इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने राजद पर निशाना साधते हुए कहा था कि कुछ लोग नीतीश कुमार को कमजोर करने की साजिश रच रहे हैं.
उपेंद्र कुशवाहा के बयानों पर नीतीश कुमार खुलकर हमलावर हो गए थे. उन्होंने कुशवाहा के आरोपों का खंडन करते हुए कहा था कि हमारी पार्टी कमजोर नहीं हुई है. ये झूठे आरोप हैं. लोगों को जो कहना है, कहने दो. हमारी पार्टी का कोई भी व्यक्ति किसी अन्य पार्टी के संपर्क में नहीं है. उन्होंने कहा था- मैंने किसी को नहीं रोका. नेता अपनी इच्छा से आ और जा सकते हैं.