बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने रविवार को कोसी नदी में उफान से बाढ़ संभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद बताया कि हालात भयावह होने की आशंका है, लेकिन फिलहाल स्थिति सामान्य है. मुख्यमंत्री वीरपुर, भपटियाही तथा सुपौल में बाढ़ की स्थिति का हवाई सर्वेक्षण, बाढ़ सहायता केंद्रों का निरीक्षण तथा बाढ़ से निपटने के लिए की गई तैयारियों का उच्चस्तरीय समीक्षा करने के बाद पटना लौटे. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि नेपाल से अभी ज्यादा पानी नहीं आ रहा है, इसलिए फिलहाल स्थिति सामान्य है.
उन्होंने कहा कि तीन या चार सेटी विस्फोट किए गए हैं, जिससे 15 से 25 हजार क्यूसेक पानी नेपाल से आ रहा है. पानी आने का यदि यही रफ्तार रहा तो घबराने की बात नहीं है. उन्होंने कहा कि नेपाल में पहाड़ गिरने से जहां अवरोध हुआ है, वहां 28 से 32 लाख क्यूसेक पानी जमा है.
मांझी ने कहा कि कंट्रोल ब्लास्ट किया जा रहा है तथा 25 हजार क्यूसेक पानी निकाला जा रहा है.
उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए सरकार तैयार है. पर्याप्त संख्या में अधिकारियों की टीम संभावित इलाके में तैनात की गई है. आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 13 टुकड़ी पहुंच चुकी है तथा सात टुकड़ियां और पहुंचने वाली हैं. 100 से ज्यादा शिविर बनाए गए हैं.
मुख्यमंत्री ने बताया कि पुलिस की पर्याप्त व्यवस्था कर दी गई है. बांध के अंदर वाले लोगों को बाहर निकालने का प्रयास चल रहा है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे घर की चिंता को छोड़कर शिविर में चले आएं.
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से उनकी बात हुई है. उनसे मदद का आश्वासन मिला है.