बिहार के सीनियर आईएएस अधिकारी केके पाठक मुश्किलों में फंसते दिख रहे हैं. मीटिंग में अपशब्द बोलने का वीडियो वायरल होने के बाद सरकार ने चेतावनी जारी की है तो अब आरा कोर्ट में उनके खिलाफ परिवाद दायर किया गया है. इसमें केके पाठक पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं और उद्दंड प्रवृत्ति का बताया गया है.
आरा के वकील सत्यब्रत ने सीजेएम कोर्ट में परिवाद दायर किया है. इस मामले में कोर्ट में 14 फरवरी को सुनवाई होगी. परिवाद में कहा गया है कि बिहार में तैनात सीनियर आईएएस केके पाठक उर्फ केशव कुमार पाठक अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा में अपर मुख्य सचिव के पद पर कार्यरत हैं. टीवी और सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हुआ है. इसमें केके पाठक को एक मीटिंग में गाली-गलौज करते हुए देखा गया. उन्होंने डिप्टी कलेक्टर को लेकर भी अपशब्द कहे हैं.
'पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर गाली दी'
वाद में आगे लिखा- आईएएस ने एक लोकसेवक होते हुए अपने सेवा आचरण के लिए बनाए गए विधि के अधीन निर्देशों का जानबूझकर उल्लंघन किया और बिहार राज्य के निवासियों के प्रति पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर बार-बार 'गाली' का प्रयोग किया. वायरल वीडियो में बिहार वासियों के प्रति घृणा भाव से गाली दी.
'पाठक अपराध करने वाले व्यक्ति हैं'
आरोप लगाया कि केके पाठक बार-बार अपराध करने वाले उद्दंड प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं. जब वे लघु सिंचाई विभाग के प्रधान सचिव थे, तब उनके विरुद्व मारपीट और आर्म्स का प्रयोग किए जाने केस दर्ज कराया गया था. इस संबंध में शकुंतला इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक कुमुद राज सिंह ने थाना सचिवालय में शिकायत की थी. केके पाठक के द्वारा झूठा अभियोजन लाने और दूसरे को जानबूझकर तंग करने के मामले में कोर्ट ने एक लाख 75 हजार रुपए की वसूली का आदेश दिया था.
तेजस्वी ने अभद्र भाषा पर चेतावनी दी
वहीं, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने जूनियर अधिकारियों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने पर आईएएस अधिकारी पाठक को चेतावनी दी है. तेजस्वी ने कहा है कि इस तरह का व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा- मैंने पहला वीडियो देखा है और इस तरह का व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मैंने दूसरा वीडियो नहीं देखा है.
'पाठक के खिलाफ थाने में शिकायत की गई'
पहला वीडियो सामने आने के बाद रविवार को उसी बैठक से दूसरा वीडियो वायरल हुआ, जिसमें पाठक कनिष्ठ अधिकारियों के लिए और भी गंदी भाषा का इस्तेमाल करते नजर आए. वहीं, बिहार प्रशासनिक सेवा संघ ने दुर्व्यवहार करने का मामला उठाया है और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए सचिवालय पुलिस स्टेशन में शिकायत भी की है. बिहार इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड रूरल डेवलपमेंट (BIPARD) ने एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिए बताया कि पहला वीडियो वायरल होने के बाद केके पाठक ने गुरुवार को खेद व्यक्त जताया था. पाठक जिस वीडियो में कनिष्ठ अधिकारियों को गाली देते दिख रहे हैं, वह लगभग 3 महीने पहले हुई एक बैठक का है.
कथित दुर्व्यवहार की जांच कर रहे हैं : नीतीश
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को अररिया में कहा था कि मुख्य सचिव आमिर सुभानी कथित दुर्व्यवहार के मामले की जांच कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा- वायरल वीडियो के बारे में मुझे पता है। कल यात्रा से (पटना) लौटने पर मुझे इसके बारे में पता चला. मुख्य सचिव इस मामले को देख रहे हैं. पूरी जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.