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कांग्रेस छोड़ने के बाद बोले चौधरी- राहुल अच्छे इंसान, पर लालू से नहीं जमी

अशोक चौधरी ने आरोप लगाया कि उन्हें लगातार पार्टी की बैठकों में अपमानित किया जा रहा था. चौधरी ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी की हमेशा से यह परंपरा रही है कि उसने प्रदेश अध्यक्षों को अपमानित किया है.

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अशोक चौधरी के साथ बाकी नेता
अशोक चौधरी के साथ बाकी नेता

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पिछले साल भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड की गठबंधन सरकार बनने के बाद से ही बिहार कांग्रेस में लगातार फूट की खबरें आ रही थीं. मगर बुधवार को आखिरकार इस पूरी खबर पर विराम लग ही गया, जब चार विधान पार्षद कांग्रेस का दामन छोड़कर जेडीयू में शामिल हो गए. बिहार प्रदेश के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी के नेतृत्व में चार विधान पार्षदों ने बुधवार को पार्टी छोड़ने का औपचारिक ऐलान कर दिया.

जिन चार विधान पार्षदों ने कांग्रेस छोड़ी है उसमें अशोक चौधरी, दिलीप चौधरी, तनवीर अख्तर और रामचंद्र भारती शामिल हैं. पिछले 6 महीनों से लगातार अशोक चौधरी आरोप लगा रहे थे कि बिहार कांग्रेस के प्रभारी सीपी जोशी उनके खिलाफ षड्यंत्र रच रहे थे, जिसके फलस्वरूप उन्हें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पद से भी हटाया गया.

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अशोक चौधरी का आरोप

कांग्रेस के बागी चारों विधान पार्षदों के पार्टी छोड़ने के औपचारिक ऐलान के तुरंत बाद ही कांग्रेस ने इन चारों विधान पार्षदों को पार्टी से निकाल दिया. अशोक चौधरी ने आरोप लगाया कि उन्हें लगातार पार्टी की बैठकों में अपमानित किया जा रहा था. चौधरी ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी की हमेशा से यह परंपरा रही है कि उसने प्रदेश अध्यक्षों को अपमानित किया है.

राहुल गांधी की तारीफ

गौरतलब है कि पार्टी से अलग होने के फैसले पर आजतक से बातचीत करते हुए अशोक चौधरी ने यह भी कहा कि 1996 से जिस प्रकार से आरजेडी के साथ कांग्रेस का गठबंधन था उससे कांग्रेस को हमेशा नुकसान हुआ है. अशोक चौधरी ने कहा कि पिछले 22 सालों से आरजेडी कांग्रेस का गठबंधन भले ही बिहार में था मगर दोनों के बीच केमिस्ट्री नहीं जम रही थी.

अशोक चौधरी ने आरोप लगाया कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कभी भी बिहार में कांग्रेस को बढ़ने नहीं दिया. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तारीफ करते हुए अशोक चौधरी ने कहा कि वह बेहद अच्छे इंसान हैं.

जानकारी के मुताबिक अशोक चौधरी समेत तीन अन्य विधान पार्षद जदयू में शामिल हो गए हैं और इस बात की आधिकारिक घोषणा जल्द की जाएगी. बिहार विधान परिषद में कांग्रेस के छह विधान पार्षद हैं और उनमें से चार ने पार्टी छोड़ी है. इन चारों के पार्टी छोड़ने से एंटी डिफेक्शन लॉ के तहत इनकी सदस्यता भी बरकरार रहेगी.

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