बिहार की सियासत में उथल-पुथल का दौर चल रहा है. कांग्रेस-आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं नजर आ रहा है. कांग्रेस और आरजेडी के बीच की तल्खी इतनी ज्यादा बढ़ चुकी है कि बात अब खुलकर बयानबाजियों तक आ पहुंची है.
बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास ने रविवार को आरजेडी को आईना दिखाते हुए कहा कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव प्रदेश में सरकार नहीं बना सकते जब तक कांग्रेस के 19 विधायक उनका समर्थन ना करें.
कांग्रेस का सम्मान करे आरजेडी
भक्त चरण दास ने आगे कहा कि आरजेडी को यह बात समझनी चाहिए कि 19 विधायकों का समर्थन कोई मामूली बात नहीं होती. तेजस्वी अगर बिहार में सरकार बनाना चाहते हैं तो उन्हें कांग्रेस के 19 विधायकों की जरूरत पड़ेगी. इसलिए उन्हें कांग्रेस का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि अगर कांग्रेस मजबूत होगी तो आरजेडी सरकार बनाने के और करीब पहुंचेगी.
बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास ने ये भी स्पष्ट कर दिया कि कुशेश्वर स्थान और तारापुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस जीत के लिए मैदान में उतरी है. विधानसभा उपचुनाव में इन सीटों पर कोई दोस्ताना लड़ाई नहीं हो रही. उन्होंने कहा कि उपचुनाव में सब पता चल जाएगा. आरजेडी अगर गठबंधन धर्म नहीं निभाएगी तो सबसे बड़ा नुकसान उसे होगा.
गौरतलब है कि बिहार में दो सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. इन सीटों पर जहां पर 30 अक्टूबर को मतदान होना है. उपचुनाव के लिए महागठबंधन में टूट पड़ चुकी है. दोनों ही सीट पर कांग्रेस और आरजेडी ने एक दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा कर दिया है. कांग्रेस पहले चाहती थी कि कुशेश्वर स्थान सीट उसे मिले. कांग्रेस की दलील थी कि विधानसभा चुनाव में इस सीट से पार्टी का उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहा था. उपचुनाव में ये खींचतान तब है जबकि आम विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियां मिलकर लड़ी थीं.