बिहार में कोरोना की स्थिति काफी खराब है और स्वास्थ्य सेवाएं तो काफी पहले ही जवाब दे चुकी हैं. इस बीच आजतक ने एक खबर चलाई थी कि सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर में एक कोविड अस्पताल पर लंबे समय से ताला लगा हुआ है. हैरानी की बात ये थी कि उस अस्पताल में 60 ऑक्सीजन बेड थे और कई जरूरी दवाइयां भी मौजूद थीं.
बंद पड़ा कोविड अस्पताल फिर हुआ चालू
अब उस खबर के दिखाए जाने के बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आया और शुक्रवार को इस अस्पताल को संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए खोल दिया गया. आज तक ने गुरुवार को दिखाया था कि किस तरीके से कोविड-19 अस्पताल में 60 ऑक्सीजन बेड की सुविधा उपलब्ध होने के बावजूद भी इसे कई महीनों से बंद रखा गया था. सिमरी बख्तियार के प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार ने बताया था कि डॉक्टरों की कमी के कारण कोविड-19 अस्पताल को बंद रखा गया था.
उस समय जब आजतक ने पड़ताल की थी कि तो पता चला था कि उस अस्पताल में हर तरह की सुविधा मौजूद थी, वहीं कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाली कईं दवाइयां भी पड़ी मिल गई थीं. ऐसे में जब बिहार में मरीज और उनके परिजन बेड के लिए दर-दर भटक रहे हों, उस बीच एक अस्पताल पर यूं ताला लटके रहना कई तरह के सवाल खड़े कर गया था. लेकिन अब उन सवालों का जवाब भी मिल गया है और आजतक की खबर का जमीन पर असर भी हुआ है. जिस अस्पताल पर ताला लटका हुआ था, अब वो फिर कोविड मरीजों के इलाज में इस्तेमाल लाया जा रहा है. कोरोना काल में ये लोगों के लिए बड़ी राहत की खबर है.
क्लिक करें- बिहार: कोविड अस्पताल में बेड-ऑक्सीजन सब कुछ मौजूद, फिर भी लटक रहा ताला
बिहार में कोरोना बेकाबू
बिहार के कोरोना मीटर की बात करें तो राज्य में कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना के 13466 नए मामले सामने आए हैं, वहीं 62 लोगों ने अपना दम तोड़ दिया है. बिगड़ी स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार की तरफ से सख्त लॉकडाउन लगा दिया गया है. जनता पर तमाम तरह की पाबंदियां जारी हैं और सिर्फ जरूरी सेवाओं को ही मंजूरी दी गई है.