बिहार के पूर्व मंत्री रमई राम का गुरुवार को पटना के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वह 82 साल के थे और पिछले कुछ समय बीमार चल रहे थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है.
रमई राम ने सियासी करियर की शुरुआत निर्दलीय विधायक के तौर पर 1970 में की थी. वह राबड़ी देवी की सरकार में मंत्री रहे. जेडीयू में शामिल होने के बाद वह नीतीश सरकार में भी मंत्री बने. वह मुजफ्फरपुर की बोचहां विधानसभा सीट से रिकॉर्ड 9 बार विधायक रहे. पांच दशक के सियासी करियर में वह कुछ विवादों में भी फंसे, लेकिन अपने विधानसभा क्षेत्र में वह अक्सर जनता का दिल जीतने में सफल रहे. रमई राम के दो बेटियां हैं.
रमई राम के निधन पर नीतीश कुमार ने ट्वीट किया, 'उनकी सामाजिक कार्यों में गहरी अभिरूचि थी. दलित और वंचितों के उत्थान के लिए वह लगातार सक्रिय थे. उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में बड़ी क्षति हुई है. उनसे हमारा बेहद पुराना रिश्ता था. उनके निधन से मुझे व्यक्तिगत तौर पर दुःख पहुंचा. उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें और उनके परिजनों को धैर्य धारण करने की शक्ति दें.'
तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट किया, 'वरिष्ठ समाजवादी नेता, पूर्व मंत्री और 9 बार विधायक रहे आदरणीय रमई राम जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ. वह कर्मठ, समर्पित राजनेता और सामाजिक कार्यकर्ता थे. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति एवं परिवार को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे.'
(PTI इनपुट्स के साथ)