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बिहार के संगठन की मांग- देश से बाहर निकाली जाए जिन्ना की फोटो

फाउंडेशन के चेयरमैन मोहम्मद अम्मानुलाह सुपौलवी ने कहा कि सिंध शब्द को इसलिए हटाया जाए क्योंकि सिंध पाकिस्तान का एक अटूट हिस्सा है. राष्ट्रगान में जब-जब सिंध का नाम आता है तो देश से मोहब्बत करने वालों के लिए यह चिंता का विषय हो जाता है.

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प्रेस कॉन्फ्रेंस करते संगठन के नेता
प्रेस कॉन्फ्रेंस करते संगठन के नेता

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अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना विवाद के बिहार के दिनिया ह्यूमेन फाउंडेशन ने देशभर से पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की फोटो हटाने की मांग की है. इसके अलावा संगठन की मांग है कि राष्ट्रीय गान से भी सिंध शब्द को हटाया जाए.

फाउंडेशन के चेयरमैन मोहम्मद अम्मानुलाह सुपौलवी ने कहा कि सिंध शब्द को इसलिए हटाया जाए क्योंकि सिंध पाकिस्तान का एक अटूट हिस्सा है. राष्ट्रगान में जब-जब सिंध का नाम आता है तो देश से मोहब्बत करने वालों के लिए यह चिंता का विषय हो जाता है. उन्होंने कहा कि आखिर पाकिस्तान के हिस्से में जो सिंध है उसका नाम राष्ट्रगान गाते वक्त बार-बार क्यों लिया जाता है.

अपनी मांग को आगे बढ़ाते हुए फाउंडेशन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खुला खत लिखा है जिसमें कहा गया है कि जिन्ना की तस्वीर को देश से बाहर निकाला जाये क्योंकि उनकी तस्वीर देखकर बंटवारे का जख्म ताजा हो जाता है. बंटवारे के लिए जो व्यक्ति जिम्मेदार है और जिसकी वजह से लाखों लोगों का खून बहा उसकी तस्वीर को देश में क्यों रखा जाये. संगठन की मांग है कि सिंध की जगह पर कश्मीर का नाम रखा जाये क्योंकि वो हमारे देश का अटूट हिस्सा है.

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फाउंडेशन के नेताओं ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि सिंध का नाम एक बार भी न लें और जल्द से जल्द राष्ट्रगान से सिंध शब्द को निकाला जाए. नेताओं ने मांग है कि संसद में इस विषय पर चर्चा होनी चाहिए क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण विषय है. साथ ही अपील की गई कि जिन्ना की फोटो को देशभर से हटाना चाहिए क्योंकि उसके नाम से नफ़रत और दहशत का पैगाम जाता है.

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