पिछले दिनों जब से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एक तस्वीर भोजपुर शराब कांड के मुख्य अभियुक्त राकेश सिंह के साथ वायरल हुई है, तब से बिहार में डर्टी पिक्चर की पॉलिटिक्स देखी जा रही है. चाहे वह सत्तादल हो या फिर विरोधी दल, दोनों एक दूसरे के खिलाफ विवादास्पद फोटो जारी कर रहे हैं और राजनीति कर रहे हैं. इसी क्रम में शुक्रवार को जेडीयू ने पत्रकार सम्मेलन में एक फोटो जारी की, जिसमें पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव एक लड़की के साथ नजर आ रहे हैं.
इस तस्वीर पर सवाल उठाते हुए जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव शराब का सेवन करते हैं और लड़कियों के साथ दिखते हैं. संजय सिंह ने कहा कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव को नीतीश कुमार पर हमला करने से पहले अपने घर में झांकना चाहिए.
जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह के द्वारा तेजस्वी पर किए गए हमले का जवाब भी तेजस्वी ने तुरंत दिया. एक तरफ जहां तेजस्वी ने कबूल किया कि वह इस लड़की के साथ फोटो में नजर आ रहे हैं, मगर इस लड़की को पहचानने से इंकार कर दिया. तेजस्वी ने नीतीश पर भी हमला बोला और इशारों-इशारों में सवाल पूछा कि जब नीतीश कुमार दिल्ली जाया करते हैं तो वह बिहार निवास में अपना सामान रखकर पालम विहार और द्वारका में क्या करने जाते हैं? तेजस्वी ने नीतीश कुमार से जुड़ा सवाल पूछा कि जब वह रेल मंत्री थे तो उन्होंने अर्चना एक्सप्रेस और उपासना एक्सप्रेस ट्रेन किस के नाम पर शुरू किया था?
हालांकि, बिहार की डर्टी पिक्चर पॉलिटिक्स उस वक्त और डर्टी हो गई तेजस्वी के पत्रकार सम्मेलन में आरजेडी के विधायक और प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने एक तस्वीर जारी कर दिया जिसमें जदयू प्रवक्ता संजय सिंह के बेटे एक लड़की के साथ नजर आ रहे.
गौरतलब है कि, दसवीं के द्वारा नीतीश कुमार पर निजी हमले का जवाब देते हुए जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि अगर नीतीश ने ट्रेनों का नाम अर्चना एक्सप्रेस और उपासना एक्सप्रेस रखा तो इसमें गलत क्या है? लालू प्रसाद पर तंज कसते हुए नीरज कुमार ने सवाल उठाया कि अगर इन ट्रेनों का नाम अर्चना एक्सप्रेस और उपासना एक्सप्रेस नहीं होता तो क्या भ्रष्टाचार एक्सप्रेस और सजायाफ्ता एक्सप्रेस होना चाहिए?