विधानसभा से अपनी सदस्यता गवां चुके जेडीयू विधायकों ने नया दांव चला है. पार्टी से बगावत करने वाले इन नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने उन्हें बचाने में अपनी पूरा ताकत लगा दी थी, लेकिन नीतीश कुमार के आगे उनकी एक न चली. यही नहीं, बर्खास्त विधायकों ने दावा किया कि नीतीश कुमार मांझी को हटाकर खुद सीएम बनना चाहते हैं.
बागी विधायकों ने बिहार के मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की तारीफ करे हुए कहा कि वह उन्हें हर हाल में समर्थन देंगे. आजतक से खास बातचीत में बागी गुट के नेता ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू ने कहा, 'जीतनराम मांझी ने हमें बचाने के लिए पूरी ताकत लगाई थी. स्पीकर से लेकर शरद यादव तक से बात की और हमारे पक्ष में खड़े रहे. लेकिन नीतीश कुमार ने इसे अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया और सदस्यता रदद् करवा दी.
बागी विधायकों के मुताबिक मांझी की पार्टी में भले नहीं चल रही हो, लेकिन सरकार अब वो ही चला रहे हैं. शुरू में नीतीश कुमार ने रिमोट से सरकार जरूर चलाई थी, लेकिन अब मांझी अपनी मर्जी से सरकार चला रहे हैं और यही बात नीतीश कुमार को पच नहीं रही है.
ज्ञानेन्द्र सिंह ने कहा कि अगर नीतीश कुमार ने मांझी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की तो उनका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. सिंह ने कहा कि उनके गुट के साथ 24 विधायक हैं. बागी नेताओं ने कहा कि आने वाले दिनों में 4 और विधायकों की बर्खास्तगी हो सकती है, लेकिन इससे वो डरे नहीं हैं बल्कि अब बागी विधायक पूरे राज्य का दौरा करेंगे. बागियों ने इशारा दिया है कि वे बीजेपी का दामन थाम सकते हैं.