बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को बड़ा झटका लगा है. आरजेडी के पांच विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) पार्टी का साथ छोड़ दिया है. इसके अलावा आरजेडी के उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
जानकारी के मुताबिक, संजय प्रसाद, कमरे आलम, राधाचरण सेठ, रणविजय सिंह और दिलीप राय ने एमएलसी पद से इस्तीफा दे दिया है. इसकी पुष्टि विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कर दी है. पांचों नेता अब नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू में शामिल होंगे.
इस्तीफा देने वाले सभी विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) लालू प्रसाद यादव के करीबी बताए जा रहे हैं. यह सभी आरजेडी की मौजूदा वंशवाद की राजनीति और तेजस्वी यादव के नेतृत्व से परेशान थे. दरअसल, 7 जुलाई को विधान परिषद की 9 सीटों पर चुनाव होने वाले हैं. आरजेडी की ओर से तेज प्रताप यादव को प्रत्याशी बनाया जा सकता है.
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आरजेडी के पास मौजूद विधायकों की संख्या के आधार पर 9 में से तीन सीटों पर उसकी जीत पक्की है. ऐसे में तेज प्रताप यादव की भी जीत पक्की है. तेज प्रताप यादव को विधान परिषद भेजे जाने से कई नेता नाराज हैं. इन्हीं नाराज नेताओं में 5 विधान परिषद सदस्य भी हैं, जो पार्टी छोड़ने वाले हैं.
किसके हिस्से में कितनी सीटें आएंगी
विधानसभा चुनाव से पहले होने वाले विधान परिषद के चुनाव को सेमीफाइनल माना जा रहा है. 9 एमएलसी सीटें विधानसभा सदस्यों की संख्या के आधार पर चुनी जानी हैं. ऐसे में एक विधान परिषद के लिए 27 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी. इस तरह से तीन आरजेडी और एक कांग्रेस का सदस्य चुना जाना तय है.
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इन नेताओं का कार्यकाल हो गया पूरा
विधान परिषद की जिन 9 सीटों पर चुनाव होने वाले हैं, उनका कार्यकाल मई के पहले सप्ताह में पूरा हो गया. मंत्री अशोक चौधरी, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति हारुण रसीद, हीरा प्रसाद बिंद, पीके शाही, सतीश कुमार, सोनेलाल मेहता, कृष्ण कुमार सिंह, राधामोहन शर्मा और संजय प्रकाश का कार्यकाल पूरा हो गया है.