आरजेडी और जेडीयू बिहार चुनाव मिलकर लड़ेंगी, ये लगभग तय हैं. सोमवार की सुबह नीतीश कुमार ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस की, तो दिल्ली में शरद यादव, मुलायम सिंह और लालू यादव ने मुख्यमंत्री उम्मीदवार के लिए नीतीश के नाम पर मुहर लगाई. हालांकि पटना में अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश ने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम पर चुप्पी साधे रखी. पढ़िए लालू के मुख से निकले 5 बड़े बोल वचन..
1. आरजेडी अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश के साथ मेरा किसी तरह का कोई मतभेद नहीं है. हम सब बिहार चुनाव में सांप्रदायिकता के फन को कुचलने के लिए इकट्ठा हुए हैं.
2. लालू ने कहा कि राज्य में अल्पसंख्यकों के मन में जिज्ञासा थी कि लालू और नीतीश मिलता क्यों नहीं है? उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टियां और सूत्रों वाले अपनी जुबान पर लगाम लगा लें.
3. मुलायम सिंह यादव की शान में कसीदे पढ़ते हुए लालू ने कहा कि बिहार की लड़ाई में हर जहर पीने को तैयार हूं.
4. उन्होंने कहा कि सांप्रदायिकता (बीजेपी) जो कि गेंहूवन सांप की तरह है, उसके फन को हम कुचलेंगे. और बिहार चुनाव में सेकुलर ताकतों की जीत होगी.
5. मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर मची रार पर टिप्पणी करते हुए लालू ने कहा कि कैसा विवाद, मेरे परिवार से मुख्यमंत्री पद का कोई दावेदार नहीं है. फिर कैसा विवाद? केंद्र की बीजेपी सरकार जन विरोधी है, किसान विरोधी है. बिहार चुनाव पर पूरे देश की नजर हैं और नीतीश का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार होना वक्त की मांग है.
6. सीटों के सवाल पर आरजेडी प्रमुख ने कहा कि जब दिल मिल गया, तो सीटों का मसला भी सुलझा लेंगे.