बिहार में चमकी बुखार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा. चमकी बुखार से अबतक 135 बच्चों की मौत हो चुकी है. अब बीजेपी नेता और जाने-माने डॉक्टर सी.पी ठाकुर ने केंद्र सरकार से इसमें हस्तक्षेप की मांग की है.
चमकी बुखार पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्यसभा सांसद सी.पी ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है. इसमें बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से लगातार मर रहे बच्चों का जिक्र करते हुए मुजफ्फरनगर में केंद्र सरकार की संस्था स्थापित करने की मांग की है. सी.पी ठाकुर ने कहा कि मुजफ्फरनगर में बहु विशेषता सुविधा वाली बायोकेमिकल लैब केंद्र सरकार की संस्था के रूप में स्थापित करना चाहिए. इससे इस प्रकार के बुखार से निपटने में मदद मिलेगी.
BJP leader Dr CP Thakur in a letter to PM Modi over the issue of death due to Acute Encephalitis Syndrome in #Muzzafarpur: A decision to set up a biochemical lab could be announced like any Central Govt Institution with multi-specialty facility in Muzzafarpur to soothe public ire pic.twitter.com/VwZ9WZeX2X
— ANI (@ANI) June 20, 2019
चमकी से तपता बिहार-
बिहार में चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों की संख्या 135 पहुंच गई है. पूरे मामले में सरकार खामोश है. सिर्फ मुजफ्फरपुर में ही 117 बच्चों की मौत हो गई. 12 मौतें मोतिहारी और 6 मौतें बेगूसराय में हुई हैं.
चमकी बुखार का डर अब दूसरी राज्य सरकारों को सता रहा है. ओडिशा में लीची के सैंपल लेकर जांच की जा रही है. राजस्थान सरकार ने चिकित्सा विभाग को पहले से ही सतर्क रहने को कहा है. झारखंड में भी सभी अस्पतालों को अलर्ट रहने को कहा गया है.
बिहार में चमकी बुखार से मौत का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है. कोर्ट इस मामले पर सोमवार को सुनवाई करेगा. दो वकीलों ने इसे लेकर कोर्ट में याचिका दायर की है. याचिका में कहा गया कि सरकारी लापरवाही के कारण यह स्थिति पैदा हुई है क्योंकि उन्होंने इस बीमारी से हर साल होने वाली मौतों को नजरअंदाज किया.
याचिका में एईएस को फैलने से रोकने के लिए सहायता और समीक्षा के लिए मेडिकल प्रोफेशनल्स की टीम भेजने का आदेश केंद्र को देने की मांग की गई है. साथ ही याचिका में कहा गया कि केंद्र और राज्य सरकार को एकसाथ स्थिति से निपटने के लिए जरूरी मेडिकल पेशेवरों के साथ तत्काल 500 आईसीयू की व्यवस्था करनी चाहिए.