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बिहार के समस्तीपुर शहर में अधिकतर मोहल्ले और सड़कें बारिश के पानी में डूब गई हैं. कुछ दिनों से रुक रुककर हो रही तेज़ बारिश का पानी शहरवासियों के घरों में घुस गया है. शहर की कई मुख्य सड़कों पर 2 से तीन फीट पानी बह रहा है. जिले में ड्रेनेज सिस्टम सही नहीं होने के कारण अक्सर बारिश के दौरान शहर की मुख्य सड़क के साथ साथ अधिकतर मोहल्लों में पानी जमा हो जाता है. नाले के निर्माण को लेकर नगर परिषद के द्वारा लाखों खर्च किये जाते हैं लेकिन कुप्रबंधन के चलते यह समस्या बारिश के हर मौसम में आती है. इस समस्या को लेकर स्थानीय लोगों ने कई बार प्रशासन से मदद की गुहार लगाई लेकिन हालात जस के तस हैं.
रेलवे ट्रैक भी डूबा
हर वर्ष बारिश के मौसम में समस्तीपुर से मुजफ्फरपुर जाने वाले रेलमार्ग के भोला टॉकीज गुमटी के पास रेल पटरियां डूब जाती हैं. कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते रेलवे ट्रैक डूब गया है. इंजीनियरिंग विभाग पानी निकालने का प्रयास कर रहा है. वहीं समस्तीपुर मुजफ्फरपुर रेलखंड पर गाड़ियों का परिचालन सावधानीपूर्वक धीमी गति से किया जा रहा है.
जिले में लगातार हो रही बारिश की वजह से समस्तीपुर शहर के कृष्णापुरी, बीएड कॉलेज, आरएएनआर कॉलेज, पंजाबी कॉलोनी, न्यू कॉलोनी, काशीपुर और मगरदही मोहल्ले में पीएनटी कॉलोनी जैसे पॉश इलाकों में भी घरों में पानी घुस गया है. वहीं समस्तीपुर से पूसा होते हुए मुजफ्फरपुर को जाने वाली सड़क पर धरमपुर के पास जलजमाव हो गया. समस्तीपुर से पटना जाने वाली मुख्य सड़क हर बारिश में डूब जाती है. जलनिकासी के लिए नगर निगम वैकल्पिक व्यवस्था कर जेसीबी से अस्थायी नाले को काट कर और पम्पिंग सेट लगा पानी निकालने का प्रयास करता है लेकिन ये नाकाफ़ी साबित होता है.
विपक्षी पार्टी ने सरकार पर किया प्रहार
राजद के प्रदेश प्रवक्ता सह समस्तीपुर के स्थानीय विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जलजमाव एक गम्भीर समस्या है, पिछले 15 साल के एनडीए के शासन में इस जलजमाव से निजात दिलाने के लिए कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया है. एक बारिश के बाद समस्तीपुर ही नहीं बल्कि पटना सहित पूरे बिहार का शहरी क्षेत्र घुटने भर पानी में डूब जाता है. इस मुद्दे को विधानसभा से लेकर पदाधिकारी तक उठा चुके है लेकिन इसका कोई स्थायी निदान नहीं है. हमने पदाधिकारी से बात भी की है लेकिन इसका निदान नहीं हो पा रहा है. आने वाले दिनों में ये एक महामारी का रूप ले सकता है.