बिहार में बाढ़ ने एक बार फिर से तबाही मचाई है. हालांकि इस बार बाढ़ से आम लोग ही नहीं बल्कि वीआईपी लोग भी परेशान हैं. बाढ़ में फंसे उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को भी इससे बमुश्किल बाहर निकाला जा सका. लाजिमी है कि हर कोई प्रशासन पर ही अपनी नाराजगी जताएगा.
बिहार में बाढ़ के कारण अब तक 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है तो बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए हैं. कई जगहों पर पानी अभी भी फंसा हुआ है और युद्ध स्तर बचाव कार्य चल रहा है.
लोग गुस्से में हैं: रामविलास पासवान
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने बिहार की बाढ़ की स्थिति पर कहा कि हम अपने घर नहीं जा सके. पूरा पटना डूबा हुआ है. हाजीपुर गए तो वहां लोगों में प्यार भी था ग़ुस्सा भी था. उन्होंने कहा कि जल निकासी के इंतजाम किए जा रहे हैं. राहत और बचाव कार्य जारी है. बाढ़ की स्थिति को लेकर कैबिनेट सेक्रेटरी से बात की गई है.
राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के रेस्क्यू के बारे में रामविलास पासवान ने कहा कि इस पर कुछ नहीं कहेंगे. जो देखकर आए हैं वो हम कह रहे हैं.
राजधानी पटना समेत बिहार के कई जिले बाढ़ से बेहद परेशान (PTI)
सरकार पर असर नहीं: कांग्रेस
दूसरी ओर, बिहार में बाढ़ की भयावह स्थिति और सरकार की ओर से की जा रही कार्रवाई की आलोचना करते हुए कांग्रेस के नेता शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि बिहार में जो बारिश हुई और खासतौर से पटना में जो हाल हुआ है. वो बेहद खराब है. अगर किसी इंसान में इंसानीयत और थोड़ी सी मानवीय संवेदना है तो चैलेंज के साथ कहता हूं कि उसकी रात की नींद जरूर खराब हो जाएगी. सोनिया गांधी ने पहले ही दिन कहा था, और अब राहुल गांधी ने कहा कि हर कांग्रेसी कार्यकर्ता जो भी मदद कर सकता है वह करें.
कांग्रेस मुख्यालय में सरकार पर निशाना साधते हुए शक्ति सिंह गोहिल ने आगे कहा कि बाढ़ की स्थिति पर किसी ने भी सियासत नहीं की है. जनता की मुश्किल को आपके सामने रखना भी हमारा फर्ज है. सत्ता में जो पार्टी है उसके विधायक की भी आत्मा जाग उठती है, लेकिन सरकार पर कोई असर नहीं हो रहा.
उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नक्षत्र के चलते यह सब हो रहा है. विज्ञान को ना मानो मौसम विभाग को ना मानो पर हाथिया आने से पहले पटना के पंप क्यों नहीं देखे गए ये मंत्री जी से पूछना चाहता हूं.
कांग्रेस के ही राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि ये बात सही हैं कि बिहार में प्राकृतिक आपदा है, लेकिन सरकार को भारी बारिश की सूचना थी उसके बाद भी कोई इंतजाम नहीं किए गए, ये इस सरकार दोष है. उन्होंने कहा कि जिस तरह नीतीश कुमार सरकार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को भी तीन दिन के बाद रेस्क्यू किया गया हैं वो तस्वीर देखकर मुझे लगा कि पूरी सरकार की रेस्क्यू करने की ज़रूरत है. इस पर तेजस्वी यादव ने भी तंज कसा.
क्या सब हथिया नक्षत्र के कारण हुआः मनोजबिहार की त्रासदी इस तस्वीर में है।पटनावासियों ने 35 वर्षों से सुशील मोदी और उनकी पार्टी को सभी चुनावों में जिताया है।ये ख़ुद 15 वर्ष से सरकार में नगर विकास मंत्री रहे है।अगर इन्होंने Drainage का फ़ंड भ्रष्टाचार में Drain करने की बजाय काम में लगाया होता तो आज इस अवस्था में ना होते pic.twitter.com/yjrtrNcoG2
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 30, 2019
मनोज झा ने कहा कि केंद्र के जो मंत्री कह रहे हैं कि यह सब हथिया नक्षत्र के कारण हुआ है. इसका मतलब सरकार की कोई जरूरत नहीं है. सरकार रामभरोसे चल रही है. बिहार में नीतीश कुमार की सरकार पूरी तरह से डूब गई हैं. 'ठीक ही है नीतीश कुमार' की पोल खुल गई है.
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बिहार में नीतीश कुमार को लालू यादव काम नहीं करने का दे रहे और केंद्र सरकार को नेहरू काम नहीं करने दे रहे. अपने 15 साल के दोष हम पर नहीं मढ़ें. इतने बुरे हालात में कोई कैसे चुप रह सकते हैं. लोग मर रहे हैं. सरकार क्या चाहती है कि इतना देखने बाद मुंह पर टेप लगा लगा लें.
पहले तैयारी होती तो ऐसा नहीं होतीः अखिलेश सिंह
कांग्रेस के एक अन्य नेता अखिलेश सिंह ने कहा, 'पटना के मेरे ही नहीं कई मंत्रियों, सांसदों और विधायकों के घर में पानी घुस गया है तो वहां कैसे रहता. इसी वजह से दिल्ली में हूं. पटना में जो वीआईपी इलाका है. उसकी और भी बुरी स्थिति है. उन्होंने आगे कहा कि सीवर और ड्रेनेज बहुत ही खराब स्थिति में है. इसके लिए दूसरों पर दोष ना मढ़ें. अब उन्हें 15 साल हों गए हैं. बिहार में हजारों लाखों लोग बुरी तरह परेशान और प्रभावित हैं. नीतीश कुमार को अब सुध आई है और समीक्षा बैठक कर रहे हैं. ये बैठक पहले कर ली होती तो आज ये हालात नहीं होते.
2 दिन पहले केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा था कि बिहार में पिछले कुछ दिन से जो मूसलाधार बारिश हो रही ये 'हथिया नक्षत्र' में बारिश बड़ी ही गंभीर हो जाती है. बारिश ने प्राकृतिक आपदा का रूप ले लिया है. सरकार इससे पूरी तरह से निपटने के लिए तैयार नहीं है. जबकी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील करता करते हुए कहा कि वे प्रभावित लोगों के राहत और बचाव कार्य में तत्काल जुट जाएं.
Bihar CM must issue a white paper detailing every expenditure made in last 15 years in the name of urban development, sewerage system, drainage infrastructure & disaster management!
As always he is blaming weather, nature, Nakshtra & opposition for his 15 years failure.
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 30, 2019
इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी बाढ़ की स्थिति पर राज्य सरकार की आलोचना की थी.