बिहार के कई शहरों में बाढ़ ने तबाही मचाई हुई है. बाढ़ में फंसे ज्यादातर लोगों के पास खाने तक के लिए कुछ नहीं है. बाढ़ में बेघर हो चुके लोगों की शिकायत है कि अब तक कोई सरकारी मदद नहीं पहुंची. इस बीच लोगों की मदद के लिए भारतीय वायुसेना ने अपने दो हेलिकॉप्टर को तैनात किया है. वायुसेना ने दरभंगा, सीतामढ़ी और मधुबनी जिलों में बाढ़ प्रभावितों को राहत प्रदान करने के लिए दरभंगा में दो हेलिकॉप्टर को तैनात किया है. बता दें कि बिहार के करीब 55 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाढ़ से बेहाल इलाकों का हवाई दौरा कर लोगों को हर तरह की मदद का भरोसा दे चुके हैं, लेकिन पानी का प्रकोप झेल रहे लोगों की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. सिर्फ दरभंगा ही नहीं सूबे के 12 जिले भयंकर बाढ़ की चपेट में हैं.
जलग्रहण क्षेत्रों और नेपाल के तराई क्षेत्रों में हुई बारिश के बाद बाढ़ प्रभावित इलाकों की स्थिति और गंभीर हो गई है. राज्य की कई अहम नदियां अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक नीतीश कुमार सरकार बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत कार्य चलाने का दावा कर रही है.
जल संसाधान विभाग के प्रवक्ता अरविंद कुमार ने मंगलवार को बताया कि कोसी के जलस्तर में वीरपुर बैराज के पास कमी आई है, लेकिन बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, अधवारा समूह की नदियां, खिरोई व महानंदा कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. जिन जगहों पर बांध टूटने की खबर आई थी, उनको ठीक करने का काम जारी है. मधुबनी के झंझारपुर के पास कमला बलान नदी के दाएं तटबंध को ठीक किया जा रहा है, जबकि कटिहार के काशीबाड़ी में भी बांध की मरम्मत की जा रही है.
बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है. बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने बताया कि अब तक छह-छह हजार रुपये 4.91 लाख बाढ़ पीड़ित परिवारों के बैंक अकाउंट्स में भेजे जा चुके हैं. उन्होंने बताया, अब तक 295 करोड़ रुपये बाढ़ पीड़ित परिवारों को दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि यह राशि फसल सहायता और भवन सहायता के इतर दी जा रही है.
आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, 'बिहार के 12 जिले- शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया एवं कटिहार में अब तक बाढ़ से 104 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 77 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं." बाढ़ प्रभावित 12 जिलों में कुल 81 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं, जहां 76 हजार से ज्यादा लोग शरण लिए हुए हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों के खाने की व्यवस्था के लिए 712 सामुदायिक रसोई चलाई जा रही है. विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक कुछ इलाकों में बाढ़ का पानी कम भी हुआ है.