बिहार कर्मचारी चयन आयोग घोटाले में नेताओं के शामिल होने का शक है. इस पूरे मामले में अब तक 8 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिसमें आयोग के सचिव परमेश्वर राम और एक निजी स्कूल के डायरेक्टर रामाशीष सिंह शामिल है.
घोटाले के आरोपी संग मांझी की तस्वीर
इसी बीच को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें वह इस घोटाले के आरोपी रामाशीष सिंह के साथ नजर आ रहे हैं. पुलिस के मुताबिक, करोड़ों के घोटाले में रामाशीष सिंह की भी भूमिका है, जिसके कारण उनको गुरुवार की शाम को गिरफ्तार कर लिया गया.
रामाशीष सिंह पर आरोप है कि उन्होंने अपने AVN स्कूल से ही कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा का प्रश्न पत्र लिख किया था. गौरतलब है कि AVN स्कूल भी परीक्षार्थियों के लिए एक परीक्षा केंद्र था और परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले ही यहां से पेपर लीक कर दिया गया था.
मांझी ने यह दी सफाई
हालांकि अपनी इस तस्वीर को लेकर आज तक से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि वह रामाशीष सिंह को नहीं जानते. मांझी ने कहा कि सैकड़ों लोग उनसे रोजाना मिलते हैं और तस्वीरें खिंचवाते हैं और जो तस्वीर सामने आई है उसी का हिस्सा है.
घोटाले में पकड़ी गईं बस छोटी मछलियां
बता दें कि कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा 4 चरणों में होनी थी, जिसमें से पहले दो चरण में ही पेपर लीक की घटना सामने आई, जिसके बाद बिहार सरकार ने पूरी परीक्षा को ही रद्द कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक अब तक जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, वह सिर्फ छोटी मछलियां है और बड़े राजनेताओं के भी शामिल होने की संभावना है.