बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने देश के विभिन्न शहरों में बिहार फाउंडेशन का कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि बंगलुरु, चेन्नई, नई दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, हैदराबाद, नागपुर, वाराणसी, जैसे कई अन्य शहरों में बिहार फाउंडेशन चैप्टर का कार्यक्रम जून, 2018 तक कराने को कहा है ताकि अधिक से अधिक अप्रवासी बिहारी इसमें भाग ले सकें.
पटना में आयोजित बैठक में बताया गया कि न्यूजीलैण्ड, सिंगापुर और हॉंगकॉंग सहित 12 देशों में बिहार फाउंडेशन के चैप्टर कार्यरत हैं. पीएम मोदी ने भी मॉरीशस, फिजी, गुयाना के उन शहरों में बिहार के चैप्टर शुरू करने के निर्देश दिए है जहां बिहारवंशी लोगों की संख्या अत्यधिक है. इससे विदेश के लोग भी बिहार की गतिविधियों से अवगत हो सकेंगे, पीएम मोदी बिहार फाउंडेशन के अध्यक्ष हैं.
बिहार फाउंडेशन की ओर से ई-मैंगजीन और ई-न्यूजलेटर प्रकाशित किया गया है जिसे फेसबुक जैसे सोशल मीडिया माध्यमों के जरिए 4 लाख से अधिक लोग देख रह हैं. उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि वेब पोर्टल पर अप्रवासी बिहारियों का निबंधन किया जाय ताकि उन्हें यह ई-मैंगजिन और ई-न्यूजलेटर ईमेल द्वारा भेजा जा सके. सुशील मोदी ने निर्देश दिए हैं कि बिहार सरकार की सभी गतिविधियों से संबंधित वीडियो और चित्रों को अपलोड किया जायें ताकि दुनिया भर के अप्रवासी बिहारी उसे देख सकें.
बिहार सरकार द्वारा एक फोरम के रूप में बिहार फाउंडेशन का गठन वर्ष 2007 में किया गया है जिसका उद्देश्य राज्य और देश से बाहर रहने वाले बिहारी समुदाय को भावनात्मक रूप से गृह राज्य के साथ जोड़ना है. बिहार फाउंडेशन का वर्तमान स्वरूप वस्तुतः बिहार प्रवासी और गृह राज्य बिहार के बीच संबंध स्थापित करना है. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की अध्यक्षता में बुलाई गई इस बैठक में उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह, बिहार फाउंडेशन के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी एस सिद्धार्थ एवं अन्य लोग उपस्थित थे.